परवेज़ अख्तर/सीवान:- किसी भी प्रकार की मांग और विरोध प्रकट करने वाले यदि देश या राज्य बंदी का आह्वान करते हैं तो ऐसे व्यक्ति पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए । उक्त बातें जनता दल यूनाइटेड के नेता निकेश चंद्र तिवारी ने कही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को अपनी बातें रखने और विरोध जताने का पूरा अधिकार है । परंतु इसके लिए एक कानून बनना चाहिए । जिससे राष्ट्र और राज्य का कोई अहित ना हो । दूसरे देशों में भी लोग विरोध करते हैं , परंतु उनका तरीका कुछ और होता है । वे अपने कार्यों को ना तो रोकते हैं ना ही आम जनजीवन को परेशान करते हैं । इसके विपरीत अपने यहां जितना अधिक राष्ट्र का नुकसान कर दो , उतनी ही बड़ी प्रदर्शन को मानने का एक ट्रेंड चल गया है । यदि आपको विरोध ही जताना है तो शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकालकर या जनसभा करके कीजिए , लोगों को जागृत कीजिए , अपनी अपनी बातों को मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाइए। जदयू नेता श्री तिवारी ने लोगों से आह्वान किया कि आप अपने प्रदर्शन के दौरान ऐसा कोई कार्य मत कीजिए , जिससे राष्ट्र को नुकसान हो। क्योंकि राष्ट्र का नुकसान आपका अपना नुकसान है। इस मामले में एक सर्वदलीय बैठक कर ऐसे कानून पारित करने की आवश्यकता है, जिससे किसी भी प्रदर्शन या कार्यक्रम में आमजनजीवन को कोई परेशानी न हो और न ही देश का कुछ नुकसान हो। आये दिन जिस तरह से कोई भी भारत बंद, बिहार बन्द या अन्य राज्यों की बन्दी का जो भी आयोजन करता उसे गैरकानूनी घोषित कर उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये। फिर चाहे वो कोई भी हो।
बन्दी करने वालों पर चले देशद्रोह का मुकदमा : निकेश
विज्ञापन