माले के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों ने शहर के विभिन्न मार्ग पर निकला मार्च
जेपी चौक पर हुयी सभा, गोपालगंज व जेपी पर रहा पूर्णत: जाम
कानून के खिलाफ लामबंद होने की लोगों ने ली शपथ
परवेज अख्तर/सीवान:- मोदी सरकार द्वारा एनआरसी लागू करने व संविधान विरोधी नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ वामदलों के संयुक्त आह्वाहन पर बिहार बंद के तहत भाकपा माले सड़क पर उतरा. गुरुवार को भाकपा माले कार्यालय से सुबह सात बजे जुलुस निकाला गया. इसके बाद जेपी चौक व शहीद चंद्रशेखर प्रतिमा स्थल पर कार्यकर्ता पहुंचे. जेपी चौक व गोपालगंज मोड़ को जाम करते हुये अवागमन पूर्णत: बंद करा दिया. इसके बाद घूम-घूम कर व्यवसायियों से बंद की अपील की गई. बंद का व्यापक सर्मथन मिला. इसके बाद माले नेताओं ने जेपी चौक व गोपालगंज मोड़ पर सभा भी हुयी. माले जिला सचिव व केंद्रीय कमेटी सदस्य ने कहा कि पूरे देश में धर्म के आधार पर नागरिकता देने का विरोध हो रहा है. प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसायी जा रही है. पूरे असम को सेना के हवाले कर दिया गया है. एनआरसी व नागरिक संशोधन बिल का खामियाजा गरीबों को ही भुगतना होगा. धर्म के नाम पर नागरिता देश के संविधान व लोकतंत्र के खिलाफ है. यह भाजपा की गरीब विरोधी नीति है. बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य को ठीक करने के बजाय भाजपा देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने में लगी है, जो संविधान व लोकतंत्र विरोधी कदम है. पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि किसानों पर कर्ज है, लेकिन अडानी-अंबारी और माल्या के कर्ज माफ हो रहे हैं. देश मोदी व भाजपा का नहीं, देश के आम नागरिकों का है, जो यहां रह रहे हैं. किसी जाति या धर्म के हो, धर्म के आधार पर देश में कानून बनाना बिल्कुल गलत है. इसके खिलाफ संघर्ष होना ही चाहिए. ऐपवा नेत्री सोहिला गुप्ता ने कहा कि भाजपा के नेता और विधायक आज बलात्कार कर रहे हैं. बेटी बचाओ का नारा देने वाली भाजपा कठुआ, उन्नाव व सहरानपुर के बलात्कारियों को बचाने में लगी हैं. कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है. मोदी व अमित शाह ही सरकार व संविधान है. बंदा को सीवान में इंसाफ मंच ने भी समर्थन दिया. इंसाफ मंच के जिलाध्यक्ष एसरार अहमद, जिला सचिव शाहीद अहमद ने भी बंद को संबोधित किया. इस मौके पर योगेंद्र यादव, जयनाथ यादव, शफी अहमद, हंसनाथ राम, बच्चा प्रसाद, उपेंद्र गोंड, अशोक प्रजापति, युगुल किशोर, शीतल पासवान, मंजीत कौर, जयशंकर पंडित, विकास यादव, प्रदीप कुशवाहा आदि प्रमुख रुप से मौजूद रहे.
विभिन्न मार्ग पर जत्था बनाकर बंद को बनाया सफल
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने नगारिक संशोधन कानून व एनआरसी के विरोध में वामपंथी पार्टियों द्वारा आयोजित बिहार बंद में बढ़चढ़ भूमिका निभायी. शहर के विभिन्न मुख्य मार्गों पर तथा बनाकर बंद को सफल बनाया. जत्था का नेतृत्व जिला सचिव तारकेश्वर यादव ने किया. बंद को सफल बनाने में चंद्रमा सिंह, इरफान अहमद, अदालत अंसारी, भरत सिंह, परशुराम, जगदीश राम, राजेंद्र शर्मा, सुरेंद्र तिवारी, कमरूल हक, मुर्तुजा हसन, श्रीराम, गुड्डू गिरि, मेंहदी हसन, सिफतुल्लाह उर्फ गोरख नेता आदि लोग मौजूद रहे.
सीएबी के विरोध में जाप भी उतरा सड़क पर
गुरुवार को वामदल के बिहार बंद के समर्थन में जाप भी सड़क पर उतर गया. केंद्र सरकार द्वारा एनआरसी बिल को विरोध करते हुये बंद को सफल बनाया. नेतृत्व पार्टी के जिलाध्यक्ष विश्वनाथ यादव ने किया. मौके पर महिला सेल की जिलाध्यक्ष पूनम सिंह, अल्पसंख्यक सेल के जिलाध्यक्ष शहाबुद्दीन अंसारी, विकास कुमार पांडे, अभिमन्यु यादव, मनोज कुमार यादव, अंबिका लाल सत्संगी, रीना तिवारी, शांति देवी, रिजवान, राहुल सिंह, अमोद सिंह, विनोद सम्राट, उमेश कुमार पासवान व शाहनवाज हुसैन सहित अन्य लोग मौजूद थे.
विरोध-प्रदर्शन से उत्पन्न हुयी जाम की समस्या
कैब के विरोध में बिहार बंद के दौरान शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. माले के नेतृत्व में वामदल, जाप, इंसाफ मच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जेपी चौक व गोपालगंज मोड़ को जमा कर दिया. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान दुकानें भी बंद करायी. वामदल का प्रदर्शन लगभग चार घंटों तक लगातार चला. जिसमें पूरे शहर में जाम की भयावह स्थिति हो गई. जेपी चौक से लेकर बबुनिया मोड़ गोपालगंज मोड़ से लेकर सुदर्शन चौक, कचहरी दुर्गा मंदिर से लेकर मालवीय चौक चारों तरफ जाम लगा हुआ था. यूं कहे तो शहरवासी घंटों जाम की समस्या से जूझते नजर आये. शहर के चारों तरफ पुलिस बलों की भारी संख्या में तैनाती की गयी थी. प्रदर्शन के बाद पदाधिकारी जाम को हटवाते दिखे.