- 3 और एंटी लीकर टास्क फोर्स टीम का गठन
- चार सदस्य दिसंबर महीने में हो जाएंगे रिटायर
परवेज अख्तर/सिवान: दूसरे प्रदेश से लगने वाले सीमावर्ती जिले में शराब की खेप पहुंचने से पहले रोकने को लेकर बड़े पैमाने पर एंटी लीकर टास्क फोर्स टीम का गठन किया गया है। इन दिनों गठित तीन टीमों की जारी की गयी सूची पर गौर करें तो इसकी संरचना में थोड़ी जल्दबाजी साफ झलकती है। आनन-फानन में बनायी गयी इन टीमों के कई सदस्य दिसंबर महीने में ही अपना साठ साल की उम्र पूरे कर रहे हैं और 31 दिसंबर को ही उन्हें रिटायरमेंट लेना है। वहीं दूसरी तरफ कई स्थानीय कर्मियों को भी उनके क्षेत्र में होने वाली छापेमारी व जांच को लेकर बनायी गयी एंटी लीकर टास्क फोर्स टीम का हिस्सा बनाया गया है। जिनसे शराबबंदी कानून का प्रभावित होना लाजमी है। बताया जाता है कि बीते दिनों शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद से ही सभी पदाधिकारी इसको पूरा करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। लिहाजा क्राइम कंट्रोल में लगायी गयी पुलिस भी शराब के पीछे भागते नजर आ रही है।
जिले में अबतक कुल छह टीमों का किया गया है गठन
मद्य निषेध विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में शराब की खेप का आयात, भंडारण व निर्माण को रोकने को लेकर अबतक कुल छह टीमों का गठन किया गया है। इनमें से तीन टीमें पहले बनायी गयी थीं जबकि तीन टीमें इन दिनों बनायी गयी हैं। प्रत्येक टीम में 14 से पंद्रह कर्मियों को रखा गया है। इनके लिए कुल 12 चार पहिए वाहन भी मुहैया कराया गया है।