परवेज अख्तर/सिवान :- कोरोना वायरस को लेकर चल रहे देश व्यापी लॉक डाउन के कारण ईद पर्व की खुशियों में भी इस बार ग्रहण लग रहा है। रमजान माह का अंतिम सप्ताह चल रहा है। चांद दिखने के बाद ईद पर्व मनाया जाएगा। लेकिन इस बार मुस्लिम भाईयों में पर्व को लेकर निराशा दिख रही है। लॉक डाउन में न ही कपड़ों की दुकानें खुल रही हैं और न ही अन्य जरुरत वाली दुकानें। ऐसे में पर्व को उल्लास के साथ मनाने में बाधा पड़ना तय है। इस बार रमजान माह में लॉक डाउन के चलते शुक्रवार को किसी भी मस्जिद में आखिरी जुमे की नमाज नही पढ़ी गयी। इसके पहले रमजान के तीन जुमा बीत चुका है। पर्व को लेकर बीते वर्षो जैसा उत्साह नहीं दिख रहा है। लॉक डाउन के कारण लोग आर्थिक स्थिति का भी सामना कर रहे हैं। ऐसे में औसत में सामानों की बिक्री हो रही है। इस बार कोरोना वायरस के कारण ईद का त्योहार फीका-फीका सा दिख रहा है। यह पहला मौका है जब कोरोना संक्रमण ने ईद की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया है। लोग अपने घरों में रहकर नामाज पढ़ सभी के लिए अल्लाह से दुआ किया। वही जल्द हालात बेहतर हों जाएं की दुआ मांगी गई।
हसनपुरा में लॉकडाउन से नही हो सकी आखिरी जुमे की नमाज
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