- तीन अपराधियों में एक ने हेलमेट पहन रखा था जबकि दो अपराधियों का चेहरा खुला हुआ था
- अपराधी बाइक से चैनपुर की तरफ भाग निकले
- दिनदहाड़े हुई लूट से सहमे कुरियर कंपनी के कर्मी
- 03 सशस्त्र अपराधियों ने घटना को दिया अंजाम
- 07 बजे डेली वेरी कुरियर ब्रांच से की गई लूटपाट
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के एमएचनगर थाना क्षेत्र के हसनपुरा जलालपुर के पनिसरा में दिनदहाड़े सशस्त्र अपराधियों द्वारा नगदी सहित लाखों रुपए की लूट की घटना को अंजाम दिया है। घटना सोमवार की सुबह 7 बजे डेली वेरी कुरियर ब्रांच से की गई है। जिसमें एक लाख नगदी सहित मोबाइल, सीसीटीवी व डीवीआर की लूट की गयी है। घटना को अंजाम देकर अपराधी दक्षिण की दिशा में आसानी से भाग निकले। घटना के बाद असिस्टेंट टीम लीडर राकेश श्रीवास्तव ने इसकी सूचना थाने को दी। सूचना मिलते ही एमएचनगर पुलिस घटना स्थल पहुंच लूट की घटना की जानकारी ली। यूपी के भाटपार रानी के रहने वाले टीम लीडर ने बताया कि सोमवार की सुबह 7 बजे जैसे ही अपने ऑफिस पहुंच कर सामान का डिस्पैच कर ही रहा था कि इसी बीच एक बाइक पर तीन सशस्त्र सवार अपराधी आफिस पहुंच गये। जिसमें एक अपराधी हथियार के बल पर राकेश को कैश काउंटर तक ले गया और आसानी से करीब एक लाख रुपये लूट लिया। वहीं अपराधी जाते-जाते राकेश का मोबाइल, सीसीटीवी का डीवीआर भी लेकर निकल गए। इस मामले में राकेश ने बताया कि तीन अपराधियों में एक ने हेलमेट पहन रखा था जबकि दो अपराधियों का चेहरा खुला हुआ था। तीनों अपराधी हथियार से लैश थे। उसने यह भी बताया कि सशस्त्र अपराधी बाइक से चैनपुर की तरफ भाग निकले। घटना के बाद पहुंचे थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार व एसआई हरिशंकर राय ने पूरे मामले की जानकारी लेकर असिस्टेंट राकेश कुमार से पूछताछ की। दिनदहाड़े हुई लूट की घटना के बाद डेली वेरी कुरियर के कर्मी काफी सहमे हुए हैं। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी से अपराधियों की पहचान की जा रही है।
सीसीटीवी फुटेज से की जा रही अपराधियों की पहचान
एमएच नगर थाना के जलालपुर पनिसरा स्थित डेली वेरी कुरियर से लाखों रुपये लूट की घटना के बाद एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय ने घटनास्थल पहुंच लूट की घटना की जांच की। बता दें कि अपराधी जल्दबाजी में डीवीआर की जगह अन्य उपस्कर लेकर चले गये थे। एसडीपीओ द्वारा सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की पहचान की जा रही है। जिसमें एक अपराधी हेलमेट व दो अपराधी मास्क लगाये थे। वहीं डेली वेरी कुरियर के सभी कर्मी को बुलाकर बारी-बारी से पूछताछ की गयी। फिर सभी का मोबाइल नंबर लिया गया।