परवेज़ अख्तर/सिवान :- जिला मुख्यालय के महादेवा ओपी क्षेत्र में दस जून को रांची के बीटेक छात्र हर्षित कुमार सिंह की हुई हत्या मामले में पुलिस ने रविवार को मुख्य आरोपित इनकम टैक्स इंस्पेक्टर प्रसून पंकज के घर सुपौल पहुंची। पुलिस सूत्रों ने बताया कि काफी दिनों से फरार चल रहे इंस्पेक्टर के खिलाफ वारंट निकाल पुलिस उसके घर गिरफ्तार करने गयी थी। बावजूद इसके इंस्पेक्टर अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है। बता दें कि कि हर्षित अपने मित्र प्रीतम कुमार से मिलने के लिए महादेवा स्थित उसके कमरे पर आया था। रात को कमरे में ही पार्टी का आयोजन किया गया था। पार्टी में शराब का बंदोबस्त इनकम टैक्स इंस्पेक्टर ने किया था। इस दौरान प्रीतम के रूम पार्टनर इनकम टैक्स इंस्पेक्टर व हर्षित के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गयी। इसके बाद इंस्पेक्टर ने अपने मित्रों को बुलाकर हर्षित की पीट पीटकर हत्या कर दी।
इससे पहले मारपीट के दौरान जख्मी हर्षित के शरीर से काफी खून निकल रहा था। बावजूद आरोपितों ने कमरे में ही बंद कर एक कम्पाउंडर को बुलाकर उसका इलाज कराया लेकिन एक दिन बाद हर्षित ने दम तोड़ दिया। इस बारे में हर्षित के पिता ने पुलिस को बताया था कि उसके बेटे के साथ हुई मारपीट की घटना उसके मित्र प्रीतम ने परिजनों ने नहीं बताई थी। मौत के बाद इसकी जानकारी दी गयी।
मंडल, तिवारी व इंस्पेक्टर का नाम बताया
हर्षित के मित्र प्रीतम ने बताया कि इंस्पेक्टर और हर्षित के बीच विवाद के बाद मंडल, तिवारी व इंस्पेक्टर ने उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। कुकर और वाईपर के बट से मारने के कारण उसके शरीर से काफी खून निकल रहा था।
सात के खिलाफ दर्ज है एफआईआर
हर्षित हत्याकांड में परिजनों ने थाने में मित्र प्रीतम मिश्रा, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर प्रसून पंकज, उसके चार सहयोगी, कंपाउंडर सहित अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी। इनमें से प्रीतम मिश्रा को पुलिस ने घटना के दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।