परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज नगर पंचायत की 15 अप्रैल को उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक के बाद अध्यक्ष उपाध्यक्ष आमने सामने हो गये हैं. अध्यक्ष ने जहां पत्र के माध्यम से उपाध्यक्ष से बैठक का कारण पूछा है, वहीं उपाध्यक्ष ने भी पत्र के माध्यम से अध्यक्ष को जबाब दिया है. नपं अध्यक्ष मंजू देवी ने कहा है कि 15 अप्रैल को कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न मासिक बोर्ड की बैठक बुलाने के संबंध में मुझसे किसी प्रकार की सहमति नहीं ली गयी तथा कार्यालय द्वारा आयोजित बैठक के संबंध में मुझे किसी भी रूप में सूचना नहीं दी गयी. इस संबंध में उपाध्यक्ष उमाशंकर सिंह ने कहा है कि आपके द्वारा नगर पंचायत के मासिक बोर्ड की बैठक सात माह से आयोजित नहीं की गयी थी.
3 मार्च 2021 को 10 वार्ड पार्षदों द्वारा आपको लिखित रूप से अभ्यावेदन प्रस्तुत करते हुए बिहार नगरपालिका अधिनियम-2007 के तहत आपको बोर्ड की बैठक बुलाने हेतु अनुरोध किया गया था. इस आलोक में 15 दिनों के अन्दर बैठक करना है. जिसका उल्लंघन करते हुए आपके द्वारा 27 दिनों के पश्चात 31 मार्च को आपके द्वारा बैठक आहुत की गयी. लेकिन बैठक के मात्र एक दिन पूर्व 30 मार्च को राजपत्रित अवकाश के दिन आपके द्वारा स्वास्थ्य संबंधी समस्या का हवाला दिया गया. जिसके चलते बैठक स्थगित किया गया. इससे प्रतीत होता है कि आप अपने कर्तव्य निर्वहन में रूची नहीं रखती है तथा नगर पंचायत महाराजगंज में प्रशासनिक, विकासात्मक एंव लोक महत्व जैसे महत्वपूर्ण विषयों को लेकर गंभीर नहीं है जो कि नगर क्षेत्र के नागरिकों के लिए काफी चिंता का विषय है.