परवेज अख्तर/सिवान: उत्तर बिहार का प्रसिद्ध मौनिया बाबा महावीरी अखाड़ा शुक्रवार को दोपहर निकाला गया। इस दौरान युवाओं ने ‘जय हो जय हो’ के उद्घोष अखाड़ों का प्रदर्शन किया। वहीं इसके पूर्व गुरुवार की रात्रि शहर में जगह-जगह कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका लुत्फ लोगों ने उठाया। शहर के नया बाजार में बाबा बर्फानी की आकृति, काजी बाजार में भारत माता सहित अनेक जगहों पर कला प्रदर्शनी लगाई गई थी जिसका लुत्फ मेले में आए लोगों ने उठाया। वहीं सुरक्षा की दृष्टिकोण से जगह-जगह मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनात की गई थी। जानकारी के अनुसार शनिवार की दोपहर मौनिया बाबा महावीरी अखाड़ा जुलूस में ग्रामीण क्षेत्रों से पसनौली, नवलपुर, रमसापुर, कपिया, रामापाली, अभुई, कौथुआ सारंगपुर, फतेहपुर, वैदापुर विशुनपुरा, सवान, विग्रह, पकवलिया, बेला गोविंदापुर, रुकुंदीपपुर, धनछुआ, उजांय, बंगरा, झझंवा, करसौत आदि अखाड़ों द्वारा प्रर्दशन किया गया। वहीं शहर के नागा बाबा का अखाड़ा, प्रधान अखाड़ा, आजाद अखाड़ा निकाला गया। अखाड़े में काफी संख्या में हाथी, घोड़े, ऊंट, तरह- तरह के बैंड बाजा के साथ अखाड़ा की शोभा बढ़ा रहे थे। वहीं युवा अपने हाथों में लाठी, भाला, गदा लेकर जय हो जय हो के उद्घोष के साथ शहर की परिक्रमा करते तथा कला का प्रदर्शन करते हुए हुए मौनिया बाबा स्थान पर पहुंचे। इस दौरान विभिन्न अखाड़ों द्वारा भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान समेत अन्य देवी-देवताओं की झांकी निकाली गई।
मेले की शान रहा रुकुंदीपुर समेत अन्य अखाड़ों का हुआ स्वागत :
मेले की शान रुकुंदीपुर अखाड़ा जैसे ही राजेंद्र चौंक पर पहुंचा मंच पर मौजूद सांसद, अधिकारियों ने ताली बजाकर जोरदार स्वागत किया। साथ ही उजांय सहित अन्य अखाड़ाें का भी स्वागत किया गया। वहीं मेले में शिरकत किए सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि उत्तर बिहार का यह मेला प्रसिद्ध है। इसको हर हाल में राजकीय मेला का दर्जा मिलेगा। सांसद ने मेला शांतिपूर्ण संपन्न होने पर अधिकारियों, मेला प्रबंधन समिति के सदस्यों, आमलोगों को बधाई देते हुए कहा कि इस मेला की तैयारी एक माह से हो रही थी। इसमें सबकी सहभागिता सराहनीय है। गोरेयाकोठी के विधायक देवेशकांत सिंह ने कहा कि मौनिया बाबा मेला ऐतिहासिक मेला है। मेला में आने वाले सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन है। पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि यह मेला ऐतिहासिक मेला है। मेला को राजकीय मेला घोषित करने के लिए वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि अखाड़े में शामिल लोगों ने जिस तरह कर्तव्य दिखाया वह सराहनीय है।
विधि-व्यवस्था में लगे रहे अधिकारी :
मेला में विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीओ संजय कुमार, एसडीपीओ पोलस्त कुमार, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नीतीश कुमार, उप निर्वाची पदाधिकारी दिलीप कुमार सिंह, बीडीओ डा. रवि रंजन, पुलिस निरीक्षक बालेश्वर राय, थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, दारौंदा बीडीओ सूर्य प्रताप सिंह सेंगर, दारौंदा थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रभाकर सहित भगवानपुर, बसंतपुर ,लकड़ी नबीगंज, गोरेयाकोठी सहित अनेक प्रखंडों के बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष लगे रहे। साथ ही काफी संख्या में महिला पुलिस बल, अर्धसैनिक बल, आरएएफ के जवान जगह-जगह तैनात थे। इस अवसर पर समिति के सचिव ई. अशोक कुमार गुप्ता, उपसचिव प्रो. सुबोध सिंह, प्रो. अभय कुमार सिंह, अमरजीत सिंह, मनीष सिंह, प्रमोद सोनी, संजय सिंह, शिकु श्रीवास्तव, प्रकाश सिंह पप्पू, अजय सिंह, डा. त्रिपुरारी शरण सिंह आदि उपस्थित थे।