परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज को जिला का दर्जा दिलाने के लिए जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा करीब 20 वर्षों से लड़ाई लड़ी जा रही है, इसके लिए संघर्ष समिति का गठन किया गया। साथ ही कई बार धरना- प्रदर्शन किया गया। इस लड़ाई में संघर्ष समिति के सदस्यों को आमलोगों का भी साथ मिलता रहा, लेकिन अब तक महाराजगंज को जिला का दर्जा नहीं मिल सका। ज्ञात हो कि संघर्ष समिति की बुनियाद सबसे पहले पूर्व प्रमुख इम्तियाज अहमद, रमेश उपाध्याय, स्वतंत्रता सेनानी मुंशी सिंह, रामराज्य प्रसाद, जगदीश सिंह आदि ने रखी थी और महाराजगंज को जिला बनाने की दर्जा के लिए लड़ाई शुरू की थी। समिति के सदस्य हमेशा सांसद, विधायक, विधान पार्षद से मांग करते रहे।
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकमा एवं सिवान सेवा यात्रा के दौरान सदस्यों ने पहुंचकर उनको जिला बनाने के लिए ज्ञापन सौंपा। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि शीघ्र ही जिला बनाया जाएगा, लेकिन कई वर्ष बीत गए आजतक जिला नहीं बन सका। इस बीच 22 फरवरी 2023 को संघर्ष समिति में कुछ युवा चेहरे को जोड़ा गया ताकि इस लड़ाई को और आगे बढ़ाया जा सके। युवा भी इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। साथ ही तत्कालीन विधायक हेमनारायण साह तथा वर्तमान विधायक विजय शंकर दुबे ने इस मांग को विधान सभा में उठा चुके हैं। अब देखना यह है कि समिति के सदस्यों की लड़ाई कब तक सफल होती है।