परवेज अख्तर/सिवान:
महाराजगंज शहर के विकास विद्यालय पर माकपा के लोगों की बैठक की गई. जिसकी अध्यक्षता अधिवक्ता राबिंद सिंह ने की. बैठक को संबोधित करते हुए माकपा के ब्योवृद्ध नेता मुंशी सिंह ने कहा कि एनडीए की सरकार ने अब जनता की आंखों में धूल झोंकने और अपनी नाकामयाबियों पर पर्दा डालने की तैयारी की है. किसान मजदूर विरोधी भाजपा सरकार, श्रमिक कानूनों को ठंढे बास्ते में डाल रखी है .इससे श्रमिक शोषण व किसानों की आर्थिक क्षति होगी. वही जनार्दन राम ने कहा वर्तमान की केंद्र व राज्य सरकार श्रमिक असंतोष औद्योगिक वातावरण को अशांति की ओर ले जाएगा. सच तो यह है कि ‘औद्योगिक शांति’ निवेश की सबसे आकर्षक शर्त होती है.
वही श्रीरामप्रसाद कुशवाहा ने कहा भाजपा सरकार की श्रम नीति से मालिकों को मनमानी करने और श्रमिकों के शोषण करने की खुली छूट मिल जाएगी. नई श्रम नीति के कानूनों का पालन कराने के लिए कोई भी श्रम अधिकारी उद्योगों के दरवाजे तीन साल तक खटखटाने नहीं जाएगा. अब 12 घंटे काम करना होगा, जबकि उसे मजदूरी 8 घंटे के हिसाब से मिलेगी. मालिक के लिए श्रमिक को 4 घंटे बेगारी करनी होगी.
अगले वक्ता की बात को समर्थन करते हुए कहा कि मालिकों को श्रमिक शोषण करने की कानूनी छूट होगी. दुनिया भर में श्रमिकों ने कई आंदोलनों के बाद 8 घंटे काम कराने की गारंटी प्राप्त की थी, भाजपा ने उसपर भी काली स्याही पोत रही है. नई श्रम नीति बनाकर पूंजीपतियों को खुश करने में लगी है . अलावे इनके हृदया यादव, दयाशंकर द्विवेदी, इदरीश अंसारी, राजेन्द्र दास आदि वक्ताओं ने बैठक को संबोधित किया .