परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज शहर स्थित नखास चौक के मंदिर के वार्षिकोत्सव पर चल रहे नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ के दूसरे दिन गुरुवार को भागवत कथा के दौरान वृंदावन से पधारी कथावाचिका प्रियंका शास्त्री ने प्रवचन के दौरान कहा कि भागवत कथा के श्रवण मात्र से व्यक्ति का भाग्योदय होता है। सात्विक रहकर शुद्ध मन से कथा श्रवण करने से व्यक्ति की हर व्यथा मिट जाती है। उन्होंने कहा कि गंगा स्नान से तन का मैल धुलता है जबकि भागवत कथा रूपी गंगा से मन का मैल धूल जाता है। गंगा केवल पृथ्वी लोक को पवित्र करती है लेकिन भागवत तीनों लोकों को पवित्र करता है।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज अनपढ़ रहकर भी संस्कारी थे लेकिन आज के युवा पढ़े लिखे होकर भी संस्कारहीन हो गए हैं। शिक्षा संस्कार सिखाती है। शिक्षित व्यक्ति अगर संस्कारी नहीं है तो शिक्षित होने के कोई मायने नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बारह आदित्य, आठ वसु, ग्यारह रुद्र, एक इंद्रा, एक प्रजापति व दो अश्वनी कुमार ही 33 कोटि देवी-देवता है। उन्होंने कहा कि जहां सत्य होता है वहां लक्ष्मी होती है। इसलिए हमें अपने सत्य पर अडिग रहना चाहिए। बड़ी देवी पूजन समिति के अध्यक्ष रामबाबू प्रसाद ने बताया कि प्रतिदिन प्रवचन में आरती के बाद प्रसाद वितरण किया जा रहा है। दूसरे दिन सुधीर कुमार ने व्यास पीठ की पूजा आरती कर प्रवचन की शुरुआत कराई।