परवेज अख्तर/सिवान: कोरोना की दूसरी लहर को लेकर पांच अप्रैल से लॉकडाउन लगाया गया है. किराना, मेडिसिन, दुध, फल की दुकानें छोड़कर सभी दुकानों को बंद रखने का निर्देश दिया गया था. जिलाधिकारी के आदेश के आलोक में 28 दिन बाद बुधवार को श्रेणीवार विभिन्न दुकानें खोली गई. जिससे बाजारों में चहल-पहल देखी गयी. गौरतलब है कि लॉकडाउन-4 में लॉक डाउन-3 के मुकाबले दुकानों को खुला रखने की समय सीमा बढ़ाई गई है. अब दुकानें सुबह छह बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक खुली रहेंगी. 28 दिन के बाद दवा दुकान, राशन और फल-सब्जी की दुकानों के अलावे अन्य दुकानें भी खुल गई हैं, जिससे बाजारों में चहल-पहल बढ़ गया है. लॉकडाउन-4 के तहत मिली छूट को लेकर महाराजगंज की सड़कों और बाजारों में विशेष चहल-पहल देखने को मिली.
इस दौरान लोगों ने अपने-अपने जरूरत के सामानों की खरीदारी की. हालांकि जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील करते हुए सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन का हर हाल में पालन करने का निर्देश जारी किया है. लॉकडाउन-4 में मिली राहत को लेकर स्थानीय लोगों में सरकार के प्रति मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली. कई लोगों ने जहां सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए छूट के साथ अगले 15 दिन से लेकर एक महीने तक लॉकडाउन जारी रखने की अपील की है. वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना था कि अगर सरकार ने लॉकडाउन पांच मई के बजाय और पहले लगाया होता तो कोरोना संक्रमण से इतनी संख्या में लोगों की मौत नहीं होती. लॉकडाउन-4 में ढ़ील दिए जाने पर स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार के इस निर्णय से छोटे दुकानदारों खासकर फुटकर विक्रेताओं को काफी राहत मिली है. उनका कहना है कि पिछले 28 दिन से जारी लॉकडाउन के कारण गरीबों की स्थिति बद से बदतर हो गई है, ऐसे में सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है.