परवेज अख्तर/सिवान: उत्तर बिहार के प्रसिद्ध मौनिया बाबा मेले का समापन शनिवार की देर रात हो गया. शहर के लोग मौनिया बाबा स्थल से अपने-अपने माथे पर मिट्टी का लेप लगाकर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों से 32 गांव के लोगों ने आपनी सौहार्द के साथ अखाड़ों का प्रदर्शन किया. अखाड़े में हाथी, घोड़ा, बैंड बाजा के साथ लोग अपने-अपने हाथों में लाठी-डंडा, भाला-तलवार के साथ ”जय हो जय हो” उद्घोष के साथ शहर की परिक्रमा करते हुए मौनिया बाबा मेले स्थान पर पहुंचे. मौनिया बाबा स्थल, राजेंद्र चौक, शहीद स्मारक, नखास चौक पर बनाए गये मेला नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों, मेला प्रबंधन समितियों ने ताली बजाकर स्वागत किया. मेला को नियंत्रण करने के लिए शहर में चार जगहों पर नियंत्रण कक्ष बनाए गए थे. मेला में महिला पुलिस बल के जवान व बज्रवाहन की भी तैनाती की गई थी. मौनिया बाबा मेला डोंन कैमरे की निगरानी में था.
ग्रामीण क्षेत्र के अखाड़ों में पसनौली, नवलपुर, अभुई, वैदापुर विशुनपुरा, रामापाली, फतेहपुर, रमसापुर, कोथुआ सारंगपुर, बेला गोविंदापुर, उजांय, सवान विग्रह, धनछुआ, पकवलिया, बंगरा, करसौत, झझवां, तेवथा से अखाड़े निकाले गए थे. शहर के नागाजी का मठ बड़ा अखाड़ा, प्रधान अखाड़ा, सिंहौता आजाद अखाड़ा, कपिया निजामत के अखाड़ा ने युद्ध कला प्रदर्शन किया. मेले की शान रूकुंदीपुर का अखाड़ा अपने नियत समय से जैसे ही राजेंद्र चौक पर पहुंचा, नियंत्रण कक्ष में बैठे अधिकारियों एवं आम लोगों ने ताली बजाकर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. एसडीओ संजय कुमार ने राजेंद्र चौक पर मेला समाप्ति के बाद नियंत्रण कक्ष में अपने संबोधन में कहा कि इस मेले की तैयारी 11 अगस्त से ही शुरू कर दी गई थी.
इसमें मेला प्रबंध समिति के एक एक सदस्य सहित शहर के गणमान्य लोगों, नगर पंचायत, बिजली विभाग व पुलिस बल का सराहनीय योगदान रहा. आपसी भाइचारा का परिचय देकर महाराजगंज के लोगों ने एक संदेश दिया है. इस अवसर पर सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, पूर्व विधायक हेमनारायण साह, एसडीपीओ पोलस्त कुमार, बीडीओ डॉ रवि रंजन, सीओ रवींद्र राम, नपं कार्यपालक पदाधिकारी हरिश्चंद्र, नपं के पूर्व उपाध्यक्ष उमाशंकर सिह, प्रो. अभय कुमार सिंह, प्रो. सुबोध कुमार सिंह, ई. अशोक कुमार, अभय कुमार सिंह, प्रकाश सिंह पप्पू, संजय सिंह राजपूत, रामाशकर प्रसाद, प्रभात कुमार सिंह, प्रमोद सोनी, संजय सिंह, संतोष कुमार गुड्डू, मानवेंद्र कुमार अभय, दिलीप कुमार सिंह, हरिशकर आशीष, रिजवानुल्लाह ऊर्फ टून्ना आदि उपस्थित थे.