परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज सीएस के निर्देश पर पीएचसी के एक जांच टीम द्वारा मंगलवार को महाराजगंज में चल रहे पैथोलाजी और अल्ट्रासाउंड केंद्रों का जांच की गई। जांच की भनक मिलते ही पैथोलाजी और अल्ट्रासाउंड केंद्रों के अधिकांश संचालक अपनी जांच केंद्र बंद कर फरार हो गए, वहीं कुछ के संचालक अपनी जांच केंद्र के बोर्ड उतार कर रख दिए। जांच टीम ने पीएचसी में पदस्थापित आयुष चिकित्सक के अवैध रूप से चल रहे निजी नर्सिंग होम का जांच की। इस संबंध में पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. राजेश कुमार राम ने बताया कि सीएस के निर्देश पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. राजेश कुमार राम के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम महाराजगंज में संचालित हो रहे विभिन्न पैथोलाजी और अल्ट्रासाउंड केंद्रों का जांच की।
उन्होंने बताया कि जांच टीम को देखते हुए अधिकांश जांच केंद्र के संचालक अपनी जांच केंद्र बंद कर फरार हो गए। वहीं कुछ ने अपनी आगे की गेट बंद कर पिछले दरवाजे से कार्य कर रहे थे तो कुछ संचालक अपनी जांच केंद्र का बोर्ड उतार दिए। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि जांच के क्रम में टीम ने महाराजगंज पीएचसी में पदस्थापित आयुष चिकित्सक डा. अनिल कुमार के द्वारा अनुमंडल मुख्यालय के रगड़गंज में तारा नर्सिंग होम के नाम से अवैध निजी नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि डा. अनिल कुमार अपने निजी अस्पताल में सर्जरी भी करते थे। उनके अस्पताल में आपरेशन में लगने वाले विभिन्न सर्जिकल सामग्री भी पाया गया । डा. अनिल कुमार आयुष चिकित्सक हैं जबकि उनके द्वारा अंग्रेजी दवा लिखी जा रही है। उनसे निजी नर्सिंग होम का लाइसेंस मांगा गया तो उन्होंने नहीं दिया। उन्होंने बताया कि उनके पास से महाराजगंज पीएचसी का पुर्जा भी पाया गया जो यहां से मरीजों को रेफर करा कर अपने क्लिनिक में इलाज करते हैं। जांच रिपोर्ट बनाकर वरीय पदाधिकारी के भेजा जा रहा है। वरीय पदाधिकारी द्वारा जो निर्देश मिलेगा उसका पालन किया जाएगा। जांच टीम में डा. डीएन साह, प्रधान सहायक गौतम प्रसाद, उमाशंकर प्रसाद शामिल थे।