परवेज अख्तर/सिवान: विगत दो माह से असमय हो रही मूसलधार बारिश ने किसानों के मंसूबे पर पानी फेर दिया है. इस वर्ष खेतों में लगातार पानी लगे रहने के चलते किसान रोहिण नक्षत्र में धान की बीज का बुआई नहीं कर सके. नतीजतन किसानों को पानी लगे खेतों में ही धान का बीज बोना पड़ा.किंतु लगातार हो रही वर्षा से खेतों में उगाए गए धान का बिचड़ा विकसित होने के बजाय सांसे गिन रहा है. समय पर बिचड़ा तैयार नहीं होने व खेतों में पानी अधिक रहने के चलते धनरोपनी करना किसानों के समक्ष चुनौती बना हुआ है.
प्रखंड के विभिन्न पंचायत के किसानों ने बताया कि लगातार वर्षा होते रहने से न तो समय पर खेत की जुताई हो सकी और न ही किसान बीज की बुआई कर सके. थक हारकर किसानों को पानी लगे खेतों में ही बीज बोना पड़ा. खेतों में लगातार पानी लगे रहने के चलते बिचड़ा का पौधा काफी कमजोर है. आद्रा नक्षत्र में किसान धान की रोपनी प्रारंभ कर देते थे.किंतु इस वर्ष आद्रा नक्षत्र में किसानों का बिचड़ा भी तैयार नहीं हो सका है. ऐसे में इस वर्ष किसानों को खरीफ फसल का पैदावार लेना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.