परवेज अख्तर/सिवान: कोरोना कहर ने हर वर्ग व समुदाय के लोगों को दहशत में डाल दिया है. पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना का कहर तेजी से फैलने के कारण रमजान में रोजा का नमाज मस्जिदों में सामूहिक तौर से करने पर रोक लगा दिया गया है. जिसके चलते मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा नहीं की जा रही है. लोगों ने अपने-अपने घरों में ही पाक रमजान का नमाज अदा कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि यह किसी एक धर्म के लिए है, बल्कि सभी धर्म के लोगों को इसका पालन करना है. एक तरफ मंदिर बंद तो दूसरी तरफ मस्जिदें बंद हो गयी है. रमजान के पवित्र महीने में पिछले साल की तरह इस साल भी मस्जिदें पूरी तरह से सुन पड़े हैं.
यहां तक की मस्जिदों में तराबी की नमाज तक नहीं हो रही है. सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी मस्जिदों को बंद रखा गया. जिससे लोग नमाज घर में ही पढ़े रहे हैं. नई मस्जिद के मतवाली मो. मुस्लिम ने बताया कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन मे सभी धार्मिक स्थल बंद रखने का आदेश दिया गया है. उक्त आलोक में जिला प्रशासन द्वारा भी पालन करने का निर्देश जारी किया है, जिसे मुस्लिम समुदाय भी पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मस्जिदों में पांच से छह लोग जिसमें इमाम मोअज्जिम के साथ तीन-चार लोग मस्जिद में रह कर नमाज पढ़ रहे है. वहीं कहीं-कहीं पांच वक्त का नमाज तो कहीं वो भी नहीं पढ़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना को दखते हुए लोग घर को मस्जिद बनालें, घर में ही नमाज कुरान की तिलावत करने का आह्वान किया है.