परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज नगर पंचायत में 15 अप्रैल को हुई नगर पंचायत बोर्ड की बैठक नियम संगत नहीं होने का नगर पंचायत अध्यक्षा मंजू देवी ने आरोप लगाया है. अध्यक्ष ने कहा है कि मैं अस्वस्थ होने के कारण बैठक में शामिल नहीं होने की सूचना दे दी थी. इसके अलावा 7 वार्ड सदस्यों ने कोरोना को लेकर बैठक को आगे बढ़ाने की मुझे लिखित रूप से सूचना दी थी. इसकी सूचना नगर पंचायत कार्यालय को उपलब्ध करा दी थी. बावजूद इसके नगर पंचायत उपाध्यक्ष उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में कोरम पूरा नहीं होने की स्थिति में भी नगर पंचायत बोर्ड की बैठक कराई गई. उसमें करोड़ों रुपये के प्रस्ताव पारित कराए गए. अखबारों में खबर आने के बाद मैंने न्याय के लिए उच्च अधिकारी नगर विकास व आवास विभाग के अलावे न्यायालय के दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है. अध्यक्ष ने दिए विज्ञप्ति में कहा है कि नगर पंचायत के ईओ द्वारा इस बैठक के कराने के संबंध में मुझसे कोई सहमिति नहीं ली गई. कहा है कि नगर पंचायत क्षेत्र में 14 वार्ड सदस्य है. बैठक में सदस्यों की उपस्थिति अपेक्षा कृत संख्या से कम थी. बावजूद इसके प्रस्ताव पारित कराए गए.
क्या कहते हैं अधिकारी
नपं की अध्यक्षा पर मुकदमा होने के कारण कानूनी पेंच में फंसी है. उनका मेडिकल अवकाश गलत है. नगर पंचायत क्षेत्र में करोड़ों रुपये पड़े हैं. अध्यक्ष विकास कार्यों में केवल रोड़ा फंसना चाहती है. वार्ड सदस्यों की उपस्थिति अपेक्षा के अनुसार थी. कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए बैठक कराई गयी है. उपाध्यक्ष व वार्ड सदस्यों की सहमति से सभी योजनाएं पारित कराई गई है. महाराजगंज में बस स्टैंड, लाइट, शहर के सौंदर्यीकरण में पार्क निर्माण आदि दर्जनों योजनाओं को स्वीकृति मिलने के बाद अविलंब शुरू कराई जाएगी.
अरबिंद कुमार सिंह, ईओ, नपं , महाराजगंज