परवेज अख्तर/सिवान: जिले के मैरवा प्रखंड कार्यालय परिसर में शनिवार की रात अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सह मुशायरे का आयोजन किया गया। बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव, विनोद जायसवाल, विधायक अमरजीत कुशवाहा ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कवियों व कवयित्रियों और शायरों ने पूरी रात महफिल की शमा जलाए रखी। कभी कहकहे की शोर तो कभी तालिया की गड़गड़ाहट से श्रोता कवियों के हौसले बढ़ाते रहे एवं कार्यक्रम का आनंद लेते रहे। महफिल सजी रही और रात कब गुजर गई किसी को पता तक नहीं चल सका। कवि सम्मेलन सह मुशायरा की शुरुआत मीरा तिवारी की सरस्वती वंदना ‘वीणा मधुर बजा दो मां’ से हुई।
हाशिम फिरोजाबादी की ग़ज़ल किया ” घर छोड़कर उड़ जाएंगे हम परिंदे हैं सजर छोड़ कर उड़ जाएंगे ” खूब सराही गई। शायरों ने मुमताज नसीम की गजल ” पागल पल में सजना क्या क्या भूल गई, तुझसे मिलकर लौट रही थी घर का रास्ता भूल गई ” पर खूब तालियां बटोरी। हास्य कवि अखिलेश द्विवेदी ने वर्तमान और भूतकाल की राजनीतिक परिदृश्य पर कटाक्ष की। उन्होंने कहा कि दो पटरी पर चल रही गाड़ी एक पहिया उतर जाए तो दूसरे हैसियत का पता चल जाता है। उन्होंने वर्तमान राजनीति और सामाजिक कुरीतियों पर भी कटाक्ष किया। कार्यक्रम का संचालन राम किशोर तिवारी ने किया। राजीव शुक्ला नर कंकाल, सुभाष यादव तंगी इनायतपुरी समेत कई कवियों और शायरों ने अपनी रचना को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डा. उमेश चंद्र पांडेय, डा. टीपी सिंह, बीडीओ धनंजय कुमार, सीओ दिव्यराज गणेश, भरतभूषण यति, डा. आरएन ओझा, उपेंद्र यादव समेत कई लोग मंचासीन थे।