- 23 वर्षों से थे विदेश में
- अब आते तो नहीं जाते विदेश
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के कैथौली गांव में कैप्टन याकूब हुसैन के बड़े पुत्र मो.सलीम जो 23 वर्षों से सऊदी अरब में कमा रहे थे,उनका शव एक माह बाद बुधवार की रात्रि 11 बजे परिजनों को मिला. जिसके बाद चारों तरफ चीख पुकार मच गई. परिजनों को सांत्वना देने में ग्रामीण लग गए. पिता कैप्टन साहब के इंतकाल के बाद बड़े पुत्र सलीम पर ही परिवार के छोटे तीनों भाइयों सहित अन्य की जिम्मेदारी आ गई थी.उन जिम्मेदारियों को निभाने के लिए 23 साल पहले मो. सलीम सऊदी अरब चले गए. पैसा तो उन्होंने बहुत कमाया व भाइयों को भी काम में लगाया. परंतु जब घर पर अपने बीवी बच्चों के साथ रहने की इच्छा हुई तो ऊपर वाले ने उन्हें अपने पास बुला लिया.
परिवार के प्रति उनका त्याग और उनकी इच्छा को जानकर लोग इस दर्द को नहीं भुला पा रहे हैं इतने बरसों के बीच में मात्र दो बार ही घर आए थे. उनसे जने दो बेटियां व बीवी को तो एक बार अपने पास सऊदी अरब ही बुला लिए थे, जो मात्र एक वर्ष ही उनके साथ रहे थे. अब इन लोगों के साथ घर पर ही रहने की इच्छा हुई उन्होंने परिवार को बताया था कि अब आएंगे तो वापस सऊदी नहीं जाएंगे. मो. सलीम, सऊदी अरब के ऑल इमामा कंपनी के असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में काम करते थे. जो बाद में सऊदी अरबिया के मिनिस्ट्री में उन्हें काम मिल गया था. जिसके कारण घर आना उनका मुश्किल था. पिछले छह माह से उनकी तबीयत खराब थी. वही इलाज हो रहा था. परंतु उन्होंने घरवालों को नहीं बताया. भाई छोटू अंसारी ने बताया कि घर आने पर लौटकर सऊदी नहीं जाएंगे. परंतु ईश्वर तो कुछ और ही मंजूर था. इस घटना से सभी लोग आहत हैं. वह एक अभिभावक की तरह थे.