- दाह संस्कार के बाद अचानक गांव में हुई फायरिंग के बाद तनाव
- गांव के लोग भयभीत, दहशत से ग्रामीण घर में दुबके
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के सैनी छापर गांव में गुरुवार की सुबह झारखंड के रिटायर्ड पुलिस योगेंद्र दुबे एवं पुत्र आदित्य दुबे की हत्या के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था. इस घटना के बाद मृत के बड़े पुत्र ने गिरफ्तार दोनों आरोपित सहित 9 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से महिलाएं सहित अधिकांश आरोपित के परिजन घर छोड़ फरार है. इधर रात में दोनों मृतक का दाह संस्कार कर लौटने के उपरांत फायरिंग की बात सामने आ रही है. उधर आरोपी वीरेंद्र दुबे के घर में दुबकी हुई महिलाओं की सुरक्षा में पुलिस लगी हुई है. फायरिंग की आवाज के बाद से आरोपी के साथ ही कई घरों के परिजन घर छोड़ फरार हो गए हैं. हालांकि पुलिस गांव में घटना के बाद से ही तैनात थी और लोगों को सुरक्षा के लिए विश्वास दिलाई थी. बावजूद इसके लोग दहशत में हैं और आगे भी इस तरह की घटनाएं बढ़ने की आशंका जता रहे हैं.
मृतक के रिश्तेदारों द्वारा दी गई चेतावनी से लोग भयभीत है. बतादें कि शुक्रवार की सुबह करीब एक दिन पहले ड्राइवर को लेकर हुई मकसद के बारे में वीरेंद्र दुबे द्वारा पूछताछ करने के लिए योगेंद्र दुबे के घर जब गए तो बतकही के बाद मारपीट हो गई. मारपीट में जख्मी हुए वीरेंद्र दुबे तैश में आकर अपने घर से राइफल लाया और फायर झोंक दिया. जिसमें योगेंद्र दुबे को तीन गोली लगी और मौके पर ही दम तोड़ दिया तथा छोटा लड़का आदित्य दुबे को भी तीन गोली लगी. वह भी गिर गया. घटना को अंजाम देकर वीरेंद्र दुबे रिहाई को लेकर अपने घर के दरवाजे पर ही बैठ गया. सूचना पर पहुंची मैरवा पुलिस ने राइफल के साथ वीरेंद्र दुबे और बृजेंद्र दुबे को गिरफ्तार कर लिया. मृतक के बड़े बेटे मकसुदन दूबे द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में नौ लोगों को नामजद किया गया है. जिसके लिए पुलिस द्वारा धरपकड़ की जा रही है. सैनी छापर गांव में जितने भी परिवार हैं, सभी दुबे परिवार से ही संलग्न है.