परवेज अख्तर/सिवान: चांद कमेटी के ऐलान के बाद गुरुवार की रात मस्जिदों में तरावीह नमाज पढ़ी गई। रमजान के रोजे रखने और इफ्तार व सहरी की तैयारी पूरी कर ली गई। 24 मार्च को रमजान का पहला रोजा है। शाबान महीने की 30 तारीख गुरुवार को रमजान का चांद होने की पुष्टि के बाद रमजान की रोजा रखने की तैयारी में मुस्लिम समुदाय के लोग जुट गए। गुरुवार की रात से ही तरावीह की नमाज विभिन्न मस्जिदों में शुरू हो गई। कैथवली मस्जिद के इमाम हाफिज अफसर आलम ने बताया कि तरावीह की नमाज पढ़ाने की तैयारी पहले से ही कर ली गई थी। शाबान महीने की अंतिम तारीख को रमजान का चांद देखकर एक महीने का फर्ज रोजा रखना शुरू होता है। शाबान महीना की 29 तारीख को चांद नजर नहीं आने के बाद यह तय हो चुका था कि रमजान के रोजे 24 मार्च से शुरू होंगे और तरावीह नमाज 23 मार्च की रात से शुरू हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि रमजान का चांद दिखने से लेकर ईद का चांद होने तक रात में नियमित 20 रेकात तरावीह नमाज पढ़ना सुन्नत-ए- मोअकदा है। बरकत और रहमत का महीना रमजान में पवित्र इस्लामिक ग्रंथ कुरआन नाजिल हुआ। इस महीने में कम से कम एक खत्म कुरआन पढ़ना या सुना चाहिये। इसका बेहद सवाब है। उन्होंने बताया कि रमजान का सबसे बड़ा तोहफा कुरान मजीद है, क्योंकि रमजान के महीना में ही कुरान शरीफ नाजिल हुआ। रमजानुल मुबारक में नमाज ए तरावीह में एक मर्तबा पूरा कुरान मजीद पढ़ा और सुना जाता है। हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने कुरान मजीद सीखने और सिखाने के बारे में फरमाया कि तुम में से सबसे बेहतर वह है जो कुरान सीखे और सिखाए । बता दें की शाबान महीने की 29 तारीख को रमजान का चांद नहीं देखा गया था।
मुस्लिम समुदाय के लोगों घंटों आसमान को निहारते रहे और आसमान में चांद देखने की कोशिश करते रहे, लेकिन चांद नजर नहीं आया था। इसके बाद मरकजी एदारा शरिया पटना के सदर मुफ्ती मोहम्मद हसन रजा नूरी , दारुल इफ्ता जामिया मनीमियां पटना के मोहम्मद मोहिबुल्लाह मिस्बाही, खानकाह ए मोजीबिया के मोहम्मद मिनहाजुद्दीन मोजीबी और जामिया अशरफिया मुबारकपुर के सदर सुबा इफता मोहम्मद निजामुद्दीन रिजवी समेत इस्लामिक कमेटी तथा विभिन्न चांद कमेटी ने ऐलान करते हुए कहा था की बुधवार की संध्याकाल रमजान का न तो चांद देखा गया और न ही कहीं से चांद देखे जाने की सूचना मिली।इस लिए शाबान महिना के 30 तारीख गुरुवार को रमजान का चांद होना स्वीकार करते हुए 24 मार्च को रमजान की पहला रोजा रखा जाएगा।