परवेज अख्तर/सिवान: भाकपा माले जिला सचिव हँसनाथ राम ने कहा कि गरीबों को मुफ्त (फ्री)में इलाज करने के नाम पर सिवान सदर अस्पताल बदहाली के शिकार हैं। पेपर, पत्रिका, रेडियो, टीवी के माध्यम से सरकार अपनी उपलब्धि के रूप में प्रचार खूब कर रही है। लेकिन व्यवहार में असलियत सामने दिखाई दे रहा है, जैसे दवाई का सूची लंबा है, लेकिन बाहर से खरीदना पड़ता है। यहां तक रुई बैंडेज भी खरीदना पड़ता है। एक्सरे और अल्ट्रासाउंड कहने के लिए है, लेकिन काम नहीं कर रहा है। कुत्ता-बिलार के सुई के लिए वापस जाना पड़ता है। अधिकतर मरीज के इलाज न कर रेफर कर दिया जाता है, पटना या गोरखपुर के लिए तो दूसरे तरफ प्राइवेट हॉस्पिटल में ड्यूटी के लिए डॉक्टरो का सूची है, लेकिन सदर में नहीं मिलेगे अपने प्राइवेट क्लिनिक में इलाज करते है।
कई विभाग के डॉक्टर ही नही है, अगर जो मरीज भर्ती है, जनरल या प्रसव वार्ड में तो घोर लापरवाही के शिकार है। मनमानी तरीके से इलाज होता है। सरकारी एंबुलेंस कहने के लिए है,काम के लिए नहीं। आईसीयू बना है काम नहीं हो रहा है, इत्यादि पैसे वले तो बाहर जाकर प्राइवेट में इलाज करा लेते हैं ।कठिनाई गरीबों की होती है। इन्हीं सब सवालों पर भाकपा माले सिवान नगर कमेटी के तरफ से प्रदर्शन के माध्यम से मांग किया गया कि जिला की सर्वोच्च अस्पताल है।पूरे जिले से लोग आते हैं,लेकिन समुचित इलाज नहीं हो पाता है।
इसलिए अस्पताल के अंदर जो भी कमजोरी है।अविलम्ब चुस्त दुरुस्त किया जाए व समुचित इलाज बेहतर तरीका से किया जाए। अन्यथा आने वाले दिनों में इसे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सिवान ललित बस स्टैंड से एकजुट होकर मार्च निकला जेपी चौक, अस्पताल मोड़ होते हुए सदर अस्पताल गेट पर पहुँचा। मार्च में हजारों लोग शामिल थे मार्च का नेतृत्व किसान नेता जयनाथ यादव, नगर कमेटी सचिव अमित कुमार गोड़, आइसा नेता विकास यादव जिला कार्यालय सचिव प्रदीप कुशवाहा, सब्बीर अहमद, गौतम पाण्डेय इत्यादि।