परवेज अख्तर/सिवान: मैरवा से थाईलैंड जाने के बाद धोखे से म्यांमार भेजे गए चार युवकों के मामले में एजेंट के द्वारा धोखाधड़ी किए जाने के विरुद्ध थाने में अब तक प्राथमिकी नहीं हो सकी है। स्वजन प्राथमिकी करने के लिए थाने में आवेदन देने के बाद चक्कर काट रहे हैं। पांच दिन पहले आवेदन दिए गए थे। थानाध्यक्ष मनोज कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। बताते हैं कि दो सप्ताह पूर्व पूरी घटना की जानकारी स्वजनों ने मैरवा पुलिस को दी थी। एक सप्ताह पूर्व पीड़ित परिवार जिलाधिकारी से मिलकर म्यांमार में फंसे युवकों को स्वदेश बुलाने की कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
जिलाधिकारी ने थाने में प्राथमिकी कराने के निर्देश दिए थे। म्यांमार से वापस लौट कर थाईलैंड में फंसे रवि प्रताप सिंह के भाई बड़ू सिंह ने बताया कि पांच दिन पहले भी थाने में विदेश भेजने वाले एजेंट के विरुद्ध प्राथमिकी करने के लिए आवेदन थाने में दिया गया है, लेकिन प्राथमिकी नहीं हो सकी है। वे प्राथमिकी के लिए थाने का चक्कर काट रहे हैं। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद ही युवकों की वापसी की कार्रवाई आगे बढ़ सकेगी। म्यांमार और थाईलैंड में फंसे मैरवा के सभी चारों युवकों के वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी है।