पटना: जिले में पटना से आई निगरानी विभाग की दो टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने गोगरी रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी और सिविल सर्जन कार्यालय के प्रधान लिपिक को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. दोनों ही कार्रवाई एक परिचारिका की लिखित शिकायत के बाद की गई. निगरानी विभाग की एक टीम ने पहले गोगरी रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी के आवास पर छापेमारी की. जंहा चिकित्सा प्रभारी एस.के सुमन 1.50 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए. निगरानी विभाग की दूसरी टीम ने सिविल सर्जन कार्यालय के प्रधान लिपिक के आवास पर छापा मारा. यहां प्रधान लिपिक राजेन्द्र सिन्हा 30 हजार रूपए घूस लेते गिरफ्तार किए गए.
इन दोनों मामलों में कार्रवाई तब की गई जब रूबी कुमारी नाम की परिचारिका ने लिखित शिकायत की. टीम ने इस शिकायत का पहले सत्यापन किया फिर कार्रवाई में जुट गई. निगरानी विभाग के पुलिस उपाधीक्षक सर्वेश कुमार सिंह के मुताबिक गोगरी रेफरल अस्पताल के परिचारिका रूबी देवी का रुका हुआ वेतन जारी कराने को लेकर रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी और प्रधान लिपिक ने रिश्वत का मांग की थी. रूबी कुमारी का अगस्त 2020 से फरवरी 2021 तक का वेतन किसी कारण रुका हुआ है. इसी वेतन को जारी कराने को लेकर दोनों ने रिश्वत की मांग की थी. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई और दोनों ही रंगेहाथ गिरफ्तार किए गए.