परवेज अख्तर/सिवान : जिले के दरौली प्रखंड परिसर स्थित ई किसान भवन में सोमवार को हुई पंचायत समिति सदस्यों की बैठक कई मायने से हंगामेदार रही। जहां पहली बार बैठक में भाग लेने पहुंचे विधायक सत्यदेव राम ने आते ही बैठक में विधि एवं नियम संगत नहीं होने एवं कई विभाग के पदाधिकारी की अनुपस्थिति का मामला उठाते हुए कहा कि लोकतंत्र मे जनप्रतिनिधि का महत्वपूर्ण स्थान है। उसका मान सम्मान एवं गरिमा का ख्याल प्रशासन को हर परिस्थिति में करना चाहिए। जब तक सभी विभाग के पदाधिकारी उपस्थित नहीं रहेंगें तब तक जन प्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब कौन देगा। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि ही गांवों में लोगों की भावनाओं को नजदीकी से देखते हैं और उसी मुद्दे को बैठक में रखते हैं। उसके बाद मुखिया संजय प्रजापति, लाल बहादुर, अविनाश कुशवाहा, जितेंद्र भगत, पुनम गुप्ता सहित अन्य जन प्रतिनिधि द्वारा बीडीओ लालबाबू पासवान पर जाति सूचक का भय दिखा झूठे मुकदमे फंसाने धमकी देना, सम्मान के बदले अपमानित करने, शौचालय में चार से छह हजार रुपये की सुविधा शुल्क लेने सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए। आरोप-प्रत्यारोप के बीच ऐसा लगा कि बैठक नहीं हो पाएगी। उसके बाद बीडीओ द्वारा बैठक नियम संगत कराने के आश्वासन के बाद आगे की कार्रवाई शुरू हुई, जिसमें स्वास्थ्य विभाग में एंटीरैबिज इंजेक्शन नहीं उपलब्ध होने, प्रसव में धन उगाही नहीं देने पर गर्भवती महिला को परेशान करने की नीयत से रेफर कर देने, पशु चिकित्सालय में चिकित्सक के हमेशा गायब रहने, द्रोणाचार्य उच्च विद्यालय में लगभग 1200 छात्र-छात्राओं का एक करोड़ 23 लाख 81 हजार 600 रुपये साइकिल, पोषाक की राशि घोटाले का मामला उठाया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रमुख रूपा देवी ने की। बैठक में उप प्रमुख उमेश यादव, सीओ आनंद कुमार गुप्ता, बीएओ विक्रमा मांझी, प्रसार पदाधिकारी विनोद कुमार सिंह सहित जनप्रतिनिधि शामिल थे।
हंगामेदार रही बीडीसी की बैठक
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