पटना: हाजीपुर में मुथूट फाइनेंस कंपनी व सुरभि ज्वेलर्स से लगभग चार करोड़ का सोना लूटने वाले गिरोह का सरगना मो.मेराज उर्फ अजय ने गुरुवार को सदर थाना पुलिस टीम पर फायरिंग की। इस फायरिंग में थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए। उसकी दूसरी गोली मिस फायर हो गई। उसके गिरोह में शामिल फैजान के गुप्ती (लंबा चाकू) के प्रहार से दारोगा रामप्रीत यादव जख्मी हो गए। उनकी हथेली में जख्म हो गया। पुलिस टीम ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया। दो बदमाश फरार हो गया। दारोगा मणिभूषण कुमार के बयान पर सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसमें वैशाली जिला के नगर थाना के पोखरा निवासी मेराज उर्फ अजय, बागदुल्हन निवासी फैजान, महुआ थाना के चकमजाहिद निवासी वसीम राज, रवि राज व मो.नेजाम को आरोपित बनाया गया है। इसके पास से पिस्टल, कारतूस, मिस फायर कारतूस, खोखा व मादक पदार्थ बरामद किया गया है।
सदर थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि 25 जनवरी को जेल से निकलने के बाद मेराज का गिरोह शराब व मादक पदार्थ के धंधे में उतरने की तैयारी में था। इस धंधे में मोटी पूंजी लगाने के लिए मुजफ्फरपुर में बड़ी लूट की घटना की साजिश रच रहा था। इसके लिए वह व उसके गिरोह के लोग मझौलिया में आस मोहम्मद के मकान में किराये में रह रहा था। पूछताछ में मेराज ने लूट, छिनतई व गोली मारने की घटना की जानकारी पुलिस को दी है। उसने अपनी स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि पहले वह पेंटर व बाद में राजमिस्त्री का काम किया। पहली बार वह मोबाइल व रुपये लूट के मामले में 2019 में जेल में गया। जेल से बाहर आने के बाद महुआ के रवि से उसका संपर्क हुआ। उसने अधिक कमाई का लालच देकर शराब व मादक पदार्थ के धंधे में उतरने को तैयार कराया। शराब के धंधा चलाने के लिए छपरा के भगवान बाजार में एक एंबुलेंस व अमनौर में स्कार्पियो लूट लिया। दिघवारा में पिस्टल का भय दिखाकर स्कार्पियो की टंकी में डीजल भराया।
मेराज व फैजान बाइक से हाजीपुर से ताजपुर के रास्ते मुजफ्फरपुर आ रहा था। सकरा के नंदबिहार चौक के निकट वह शौच करने के लिए रुका। इसको लेकर एक स्थानीय व्यक्ति से उसका विवाद हो गया। उस समय वह नशे की हालत में था। उसने उसे गोली मार दी और वहां से फरार हो गया।