परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
मानसून की वापसी के बाद लोगों को गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा है। इस कारण लोगों को दिन में गर्मी और रात्रि में ठंड लग रही है और इसकी चपेट में आकर लोग वायरल बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। मौसम में बदलाव के कारण बच्चों से लेकर बुजुर्ग वायरल फीवर के साथ खांसी, जुकाम, उल्टी, दस्त जैसी बीमारियों से ग्रसित होने लगे हैं। ऐसे में सदर अस्पताल सहित जिले में संचालित सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों क साथ-साथ प्राइवेट क्लीनिकों में मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। सोमवार को सदर अस्पताल के ओपीडी वार्ड में मरीजों की भीड़ उमड़ी रही।पर्चा काउंटर पर महिलाओं व पुरुषों की लंबी लाइन लगी थी।
ओपीडी में इलाज के लिए प्रतिदिन पहुंच रहे 200 से अधिक मरीज :
अस्पताल प्रबंधक एसरारुल हक ने बताया कि ओपीडी में वायरल बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या प्रतिदिन 200 से अधिक पहुंच रही है। वहीं, एसएनसीयू वार्ड में हर दिन तीन से चार मरीज भर्ती हो रहे हैं। ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। रोगी को तत्काल डाक्टर का परामर्श व उपचार जरूरी है। चिकित्सकों की मानें तो ऐसे मौसम में उल्टी, दस्त, पीलिया, चेचक, डेंगू ज्वर, खसरा, मलेरिया आदि संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका अधिक होती है। ऐसे में बचाव ही सबसे बड़ा उपचार है।