परवेज़ अख्तर/सिवान :- कोरोना संक्रमितों को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक जारी की गई जिले की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि इस संक्रमण की चपेट में सबसे अधिक 21 से 40 वर्ष के लोग शामिल हैं। जबकि वैश्विक महामारी कोरोना से अपने आप को बचाने में सबसे अधिक महिलाएं, बच्चे व वृद्धजन कामयाब हुए हैं, क्योंकि इनको बहुत कम घर से बाहर निकलने का मौका मिला है। जबकि वयस्क लोग नौकरी, कामकाज के चलते अपने आप को नियंत्रण नहीं कर पाए। बेवजह घर से बाहर घुमने का परिणाम है कि करीब एक हजार के आसपास व्यस्क वर्ग कोरोना की चपेट में आ गए। वहीं सबसे कम खतरा 0-10 साल के बच्चों पर दिखा है, इस उम्र में करीब सौ पॉजिटिव केस मिले हैं। 11 से 20 वर्ष के युवकों में करीब पांच सौ पॉजिटिव केस मिले हैं।
21 से 30 वर्ष के लोगों में सबसे ज्यादा करीब एक हजार पॉजिटिव केस पाए गए हैं। 31 से 40 वर्ष में दूसरा स्थान रहा है, यानी सात सौ के करीब पॉजिटिव केस मिले हैं। 41 से 50 वर्ष में आंकड़ा गिरकर चार सौ के करीब है। वहीं 51 से 60 वर्ष में इससे भी कम यानी ढाई सौ पॉजिटिव केस मिले, 61 से 70 वर्ष में मात्र एक सौ से ऊपर एवं 70 से ऊपर 50 से अधिक पॉजिटिव केस अबतक मिले हैं।
अनलॉक-4 में बरती जा रही लापरवाही पड़ सकती है महंगीजासं, सिवान : जिले में इस समय अनलॉक-4 लागू है। जब से इसे लागू किया गया है, तब से और लोग लापरवाही बरतने लगे हैं। भले ही सरकार ने लोगों की परेशानी को देखते हुए कई बंदिशों में छूट दे दी है, लेकिन लोग इसे पूरी छूट मानते हुए लापरवाही की हद पार कर रहे हैं। शहर, गांव हो या कोई बाजार सामान्य रूप से लोग बिना मास्क के घूमते नजर आ रहे हैं। बाजार में भीड़ के बीच ऐसी स्थिति कही न कही फिर से कोरोना की चपेट में कई गांवों को ला सकती है।