परवेज़ अख्तर/सिवान : जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों में 30 जनवरी को होने वाली बसंत पंचमी एवं सरस्वती पूजा की तैयारी में लोग जुट गए हैं। सरस्वती पूजा का ले सरकारी एवं गैरसरकारी शिक्षण संस्थानों में विशेषकर छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इसको लेकर टेंट-पंडालों की सजावट, मां सरस्वती की प्रतिमाओं की खरीदारी में छात्र व बच्चे जुट गए हैं। वहीं बाजारों में काफी चहल-पहल देखी जा रही है। इधर मूर्तिकार प्रतिमाओं का अंतिम रूप देने में जुटे हैं। आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि इस वर्ष माघ शुक्लपक्ष पंचमी 30 जनवरी गुरुवार को है। इस दिन से ही बसंत ऋतु का आगमन हो जाएगा। इसी दिन मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। वहीं प्रतिमा कलाकारों ने बताया कि इस बार 1200 से लेकर तीन हजार तक की प्रतिमा दी जाएगी।
पूजन का महत्व
मां की कृपा से ही कालीदास मूर्ख होकर भी विद्वान बन गए, कारण कि मां अपने भक्तों को बुद्धि प्रदान करती है जैसा कहा जाता है कि या देवी सर्वभुतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता, नम:तस्यै नम:तस्यै नम:तस्यै नमो नम:।
पूजन का समय
मां सरस्वती की पूजा 30 जनवरी गुरुवार को सूर्याेदय काल से सुबह 10.30 बजे तक किया जाएगा। इस वर्ष महासरस्वती की पूजा की जाएगी। इस वर्ष गुप्त नवरात्र में बसंत पंचमी होने से मां के पूजन के कई लाभ श्रद्धालुओं को मिलेंगे।