पटना: विकासशील इंसान पार्टी के सभी तीन विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। बतौर विधान परिषद सदस्य उनका कार्यकाल भी अंतिम दौर में है। अकेले पड़ चुके मुकेश सहनी से अब बीजेपी मंत्री पद से इस्तीफा भी मांग रही है। राष्ट्रीय जनता दल ने कहा कि यह तो होना ही था। साथ ही ‘जैसी करनी, वैसी भरनी’ कहकर मुकेश सहनी पर तंज भी किया। आरजेडी ने अब जीतन राम मांझी को लेकर भी भविष्यवाणी करते हुए उन्हें चेताया है। कांग्रेस ने कहा है कि अब आगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बीजेपी से अलर्ट रहें। वीआईपी तो झांकी है, जेडीयू और माझी बाकी है ? उधर, आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने मुकेश सहनी से मंत्री पद से इस्तीफा मांगा है।
आरजेडी ने कहा है कि बीजेपी ने मुकेश सहनी के सीने में खंजर घोंपा है। बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा रहा है कि मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं। उसने निषाद समाज को अपमानित किया है। RJD ने कहा कि तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी को पहले ही चेताया था कि उनका कूपन रिचार्ज नहीं होगा। अब आगे जीतन राम मांझी का भी वही हाल होगा।
आरजेडी ने आगे कहा कि अब मुकेश सहनी को अपनी गलती महसूस हो रही होगी। लालू प्रसाद यादवऔर तेजस्वी यादव मल्लाह और निषाद समाज के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। तेजस्वी यादव ने लोकसभा में तीन सीट देकर उन्हें सम्मान दिया। पर, मुकेश सहनी झांसे में फंस गए और अब कोई उपाय नहीं है। जैसा किया, वैसा भोग रहे हैं। बीजेपी का असली चेहरा बेनकाब हो गया है।
कांग्रेस ने कहा कि मुकेश सहनी को बीजेपी ने धोखा दिया है। उन्हें खंजर भोंका है। घटना से बीजेपी का चरित्र उजागर हुआ है। अब आगे नीतीश कुमार भी सतर्क रहें, उनके लिए भी खंजर तैयार है। इसके लिए कोशिश शुरू हो चुकी है। वीआईपी तो झांकी है, जेडीयू और माझी बाकी है ?
आरोपों पर जलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा कि मुकेश सहनी जब आरजेडी का खंजर खाकर एनडीए में आए थे, तब बीजेपी ने हीं उन्हें सहारा दिया था। बीजेपी ने उन्हें अपने हिस्से की 11 सीटें व नौ प्रत्याशी भी दिए थे।
विदित हो कि बुधवार को बिहार विधानसभा में वीआइपी के सभी तीन विधायक राजू सिंह, मिश्री लाल और स्वर्णा सिंह ने पाला बदल कर बीजेपी में शामिल हो गए। इसके साथ मुकेश सहनी की पार्टी का बिहार विधानसभा में अस्तित्व समाप्त हो गया है। साथ ही आरजेडी को पीछे छाड़ते हुए बीजेपी अब विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी हो गई है।