- कांड के नामजद आरोपी को सिवान पुलिस ने झारखंड के तिलैया से किया गिरफ्तार
- गिरफ्तारी के लिए सीवान पुलिस ने तिलैया थाना पुलिस से मांगा था सहयोग
- गिरफ्तार दोनों लोगों के स्वीकृति बयान पुलिस को मिले हैं अहम सुराग
- जल्द ही कर लिया जाएगा घटना का पटाक्षेप : एसडीपीओ पोलस्त कुमार
परवेज़ अख्तर/सिवान:
सिवान- पैगंबरपुर मुख्य पथ पर करसौत पुल के निकट बीते रविवार को दिनदहाड़े महाराजगंज के बलऊं पंचायत के मुखिया सह लेरूआ गांव निवासी सुनील सिंह की हत्या मामले में पूर्व मुखिया सहित दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार करके बुधवार की दोपहर बाद सीवान न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां न्यायाधीश ने दोनों को रिमांड करते हुए मंडल कारा भेज दिया।वहीं कांड के एक अन्य नामजद आरोपी को पुलिस तलाश कर रही है।जो गिरफ्तारी के भय से भूमिगत हो गया है। यहां बताते चलें कि उक्त घटना को लेकर मुखिया के एकलौता पुत्र सुमित कुमार सिंह के लिखित आवेदन पर सोमवार की दोपहर बाद एक नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसमें महाराजगंज के तक्कीपुर पंचायत के भगौछा निवासी पूर्व मुखिया सुनील राय, दारौंदा थाना क्षेत्र के रसूलपुर निवासी सत्येंद्र यादव तथा बलऊं निवासी प्रदीप यादव को आरोपित किया गया था।
इस बाबत महाराजगंज एसडीओपी पोलस्त कुमार ने बताया की दर्ज प्राथमिकी कांड सं. 265/20 में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड के नामजद आरोपी पूर्व मुखिया सुनील राय को झारखंड के तिलैया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।उसकी गिरफ्तारी के लिए सीवान जिले के महाराजगंज अनुमंडल पुलिस ने झारखंड के तिलैया पुलिस की मदद ली।एसडीपीओ श्री कुमार ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के स्वीकृति बयान में बहुत सारे तथ्य के उजागर हुए है। जिसके आधार पर पुलिस काम कर रही है।आगे उन्होंने अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देते हुए आगे कुछ भी बताने से इंकार किया।दूसरी ओर उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि करीब-करीब मामले का पटाक्षेप हो चुका है।
जल्द ही इसका खुलासा कर लिया जाएगा।बताते चलें कि हो कि 27 सितंबर की दोपहर में दारौंदा क्षेत्र के करसौत पुल के निकट शातिर अपराधियों ने महाराजगंज प्रखंड के बलऊं पंचायत के मुखिया सह लेरुआ गांव निवासी सुनील कुमार सिंह को सिवान से घर जाने के दौरान उक्त स्थान पर गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी थी। इसके बाद घटना से आक्रोशित लोगों ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए करीब पांच घंटे तक सिवान-पैैगंबरपुर पथ को जाम कर घंटो स्थानीय पुलिस प्रशासन व सरकार के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया था। बाद में एसडीपीओ पोलस्त कुमार के आश्वासन देने के बाद सड़क जाम समाप्त किया गया था।
गिरफ्तार दोनो लोगों को दूसरे जगह रखकर हुई पूछताछ
मुखिया हत्या कांड में दोनों गिरफ्तार लोगों को बिधि ब्यवस्था संधारण व सच्चाई के तह तक जाने के लिए अनुमंडल के बसंतपुर थाना परिसर में रखा गया था।और लंबे समय तक दोनों से पूछताछ की गई।पुलिस दोनों लोगों से बारीकी पूर्वक पूछताछ की।
प्रदीप की गिरफ्तारी नहीं होने से परिजनों की बड़ी बेचैनी
कांड के नामजद तीन आरोपितों से पुलिस ने दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर बुधवार को जेल तो भेज दी।लेकिन बलऊं गांव निवासी प्रदीप यादव की गिरफ्तारी नही होने से परिजनों की बेचैनी बढ़ गई है।हालांकि एसडीपीओ पोलस्त कुमार का कहना है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।