मुजफ्फरपुर: मड़वन प्रखंड के जियन में एक बेटी ने पिता को मुखाग्नि दी। इलाज के दौरान कोरोना से मृत शिवशंकर महतो (55) की मौत हो गई। किसी के मदद नहीं करने और उनके दोनों पुत्र बाहर होने पर विवाहित पुत्री सुमन कुमारी ने पिता को मुखाग्नि दी। मुखिया विकास कुमार सिंह ने शव का दाह संस्कार कराने में मदद की। बताते हैैं कि शिवशंकर मजदूरी करते थे। उनकी कोरोना से मौत होने के बाद कोई भी स्वजन व जान-पहचान वाले अंतिम संस्कार में मदद करने के लिए आगे नहीं आए। मुखिया ने बताया कि करीब छह घंटे तक शव पड़ा रहा। इसपर उन्होंने मड़वन पीएचसी में फोन करके एंबुलेंस मंगवाई और शनिवार देर रात शव को सिकंदरपुर श्मशान घाट तक पहुंचवाया। बताते हैैं कि मृतक के दो पुत्र हैं, जो मुंबई में रहते हैैं। वे नहीं पहुंचे थे। मुखिया ने बताया कि पंचायत में अबतक कोरोना संक्रमण से करीब आधा दर्जन लोगों की जान जा चुकी है।
कोरोना मरीजों और स्वजनों के बीच मास्क-सैनिटाइजर वितरित
बालाजी परिवार की ओर से रविवार को कोरोना मरीजों और उनके परिवारों के बीच शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भोजन, मास्क, सैनिटाइजर का वितरण किया गया। साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति में भी मरीजों की मदद की गई। बालाजी परिवार के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार अमर ने लोगों को जागरूक किया। कहा कि बिना मास्क घर से बाहर नहीं निकलें। हाथों को हमेशा धोएं। बिना कार्य बाहर नहीं मिलें। तभी कोरोना महामारी से जल्द निजात पाया जा सकता है। संस्था के महासचिव मनोज सिंह ने कहा कि हमलोग नि:स्वार्थ भाव से लोगों की सेवा कर रहे हैं ताकि समाज में जरूरतमंदों को परेशानी नहीं हो। उन्होंने अन्य लोगों को भी इसके लिए आगे आने की अपील की। मौके पर विशाल कुमार, सुरेश कुमार, राजीव कुमार, प्रकाश श्रीवास्तव, अभिषेक आर्या आदि मौजूद थे।