परवेज अख्तर/सिवान: जिले के नौतन थाना क्षेत्र के सिमरिया गांव निवासी नर्वदेश्वर राय सालों से न्याय के लिए भटक रहे हैं लेकिन ना तो पुलिस प्रशासन द्वारा ही उचित सहयोग मिला और ना ही न्यायालय से ही कोई कार्रवाई होती दिखाई देती है। पीड़ित नर्वदेश्वर राय ने बताया कि लगभग 21 वर्ष पूर्व में उन्होंने अपनी दूर की जमीन बेचकर अपने दो पाटीदार अशोक राय एवं प्रभाकर राय की दो बिग्घा जमीन जो उनके घर के नजदीक में थी, उसे लेने के लिए लगभग 5 लाख रुपए एग्रीमेंट पेपर बनाकर दोनों को दिया। एग्रीमेंट पेपर के अनुसार उन्होंने उक्त जमीन के चारों तरफ किनारे पर सागवान, कटहल, आम, नीम आदि के पेड़ लगा दिए। वहीं बीच में ही एग्रीमेंट पेपर को दरकिनार करते हुए प्रभाकर राय ने एक बीघा जमीन को इनके पाटीदार सुजीत राय को रजिस्ट्री कर दिया। जमीन बेचने से पहले प्रभाकर राय द्वारा नर्वदेश्वर राय को पैसे लौटा देने चाहिए। लेकिन बिना पैसा लौटाए और रजिस्ट्री पेपर में उस जमीन में लगे पेड़ों का जिक्र किये बिना ही जमीन किसी और को बेच दिया।
इसके बाद दूसरे भाई अशोक राय नहीं एग्रीमेंट पेपर के अनुसार 1 बीघा जमीन नर्मदेश्वर राय को रजिस्ट्री कर दिया। इसके बाद पहले भाई द्वारा बेची गई जमीन पर लगे पेड़ों की कटाई करने चले गए। कथित तौर पर एग्रीमेंट पेपर के अनुसार जमीन पर नर्वदेश्वर राय द्वारा ही पेड़ लगाए गए थे। इसलिए पेड़ काटने की बात सुनकर वे रोकने के लिए अपने पुत्र रवि राय के साथ वहां पहुंचे। पेड़ काटने से मना करने पर काटने पहुंचे लोगों ने इन लोगों के साथ मारपीट करने लगे। मारपीट में नर्वदेश्वर राय घायल हो गए। वहीं उनके पुत्र रवि राय के गले से सोने की चेन भी छीनकर फरार हो गए। इसके बाद पीड़ित ने थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई तथा न्यायालय में मनी सूट का मुकदमा भी दायर किया। लेकिन लगभग छह माह बीत जाने के बाद भी कहीं से भी कोई उचित कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष अंकित ओझा ने बताया कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। फिर भी मामले में एफआईआर दर्ज कर छानबीन की जा रही है।