पटना: बिहार में विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर बिहार की सत्ताधारी गठबंधन में सिर फुटौव्वल है। बीजेपी 13 सीटों से कम पर तैयार नहीं तो JDU 50-50 का फार्मूला चाह रही। वहीं सहयोगी दल वीआईपी,हम और रालोजपा भी अपनी हिस्सेदारी की मांग रही है। हालांकि बीजेपी छोटे सहयोगी दलों को सीट देने को तैयार नहीं है। अब जेडीयू की तरफ से नई बात कही गई है। जदयू की तरफ से कहा गया है कि पहले बीजेपी-जेडीयू के बीच सीटों का बंटवारा हो जाये इसके बाद अन्य सहयोगी दलों के तालमेल पर बातचीत की जायेगी।
जेडीयू की तरफ से अधिकृत बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बीजेपी के नेताओं से हमारी बातचीत अंतिम दौरा में है। रविवार को डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद से मुलाकात हुई थी। बातचीत अंतिम दौर में है। उन्होंने कहा कि यह सही है कि बीजेपी 24 में 13 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। इसके पीछे का तर्क है कि भाजपा के पास 13 सीटिंग सीट है। वहीं जेडीयू 50ः50 का फार्मूला चाह रही है। इस आधार पर दोनों दलों के हिस्ससे में 12-12 सीट आती है। लेकिन बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं। ऐसे में बीच का रास्ता निकाला जा रहा है। जब उनसे पूछा गया कि नया फार्मूला क्या होगा तो उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इसके बारे में जानकारी दी जायेगी। बताया जाता है कि एक सीट पर ‘उम्मीदवार’ का एडजस्टमेंट हो सकता है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि रास्ता तलाश लिया गया है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से सहमति के बाद बहुत जल्द सीट के समझौते की घोषणा हो जायेगी। जेडीयू के वरिष्ठ नेता ने बताया कि पहले जेडीयू-बीजेपी के बीच बात फाइनल तो हो जाये फिर सहयोगी दलों के एडजस्टमेंट पर बात होगी। बीजेपी के सहयोगी के तौर पर मुकेश सहनी व पशुपति कुमार पारस की पार्टी है। वहीं जेडीयू के साथ मांझी जी का दल है। फिर हम दोनों दल इस पर विचार करेंगे।