परवेज अख्तर/सिवान: शहर के अस्पताल रोड स्थित डॉक्टर उर्मिला अखौडी के क्लीनिक में एक प्रसव कराने आयी महिला का नवजात मृत अवस्था में डिलीवरी के बाद परिजन आक्रोशित हो गया और चिकित्सक के खिलाफ इलाज में घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया। पीड़ित महिला सिवान शहर के खुरमाबाद निवासी नीरज कुमार की पत्नी रजनीगंधा के रूप में हुई हैं। बताया जाता है कि रजनीगंधा का ये पहला बच्चा था। जिसका इलाज उर्मिला अखौडी के यहां पिछले 8 महीने से चल रहा था। इधर महिला के भाई नागमणि ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि चिकित्सक की लापरवाही से नवजात की मौत हुई।
बच्चा सही सलामत है की बात कर रहे थे चिकित्सक
मृतिका के परिवार वालों का कहना है कि क्लीनिक के चिकित्सक के द्वारा बार बार ये बताया गया कि बच्चा सही सलामत हैं। प्रसव कराने आयी महिला को दर्द होने पर परिजन उसे लेकर 5 मार्च को आधी रात 1 बजे पहुंचें तब वहां कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि इमरजेंसी है और इमरजेंसी में भर्ती करना होगा। परिजनों ने बताया कि उसे इमरजेंसी में रात 1 बजे फीस लेकर भर्ती कर लिया गया। लेकिन डॉक्टर सुबह 6 बजे देखने आए। इस दौरान प्रसूता बार बार दर्द की शिकायत करती रही लेकिन डॉक्टर इमरजेंसी में भर्ती करने के बाद भी नीचे मरीज़ को देखने नही आई और सुबह जब 6 बजे प्रसूता के पास आई तब तक नवजात का पेट में ही मौत हो गयी थी। जिसके बाद परिजन काफी आक्रोशित हो गए।
परिजनों का साफ तौर पर कहना है कि सुबह जब 6 बजे डॉक्टर आयी तो उन्होंने बताया कि बच्चा की मौत हो चुकी है,लेकिन शाम को ऑपरेशन कर के मृत बच्चे का डिलीवरी किया गया। इधर हंगामा की सूचना मिलते ही मौके पर नगर थाना पुलिस दल बल के साथ पहुंची और पूरे मामलें की जांच कर रही हैं। वही महिला चिकित्सक डॉक्टर उर्मिला अखौडी ने कहा कि बच्चा उल्टा था जिसके कारण उसकी मौत हो गयी है। इधर पीड़ित के परिवार वालों ने डॉक्टर के खिलाफ थाने में शिकायत करने की बात कही हैं।