पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम NDA गठबंधन के पक्ष में आए हैं. NDA गठबंधन को 125 सीटों पर जीत मिली है, जो बहुमत के लिए जरूरी 122 सीटों से तीन अधिक है. बीजेपी को 74 और जेडीयू को तीन सीटों पर जीत मिली है. बीजेपी पहले ही यह साफ कर चुकी है कि सीटें कम आएं नीतीश कुमार ही सीएम बनेंगे. नीतीश लगातार चौथी बार और कुल सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालेंगे. वे राज्य के 37वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.
नीतीश मुख्यमंत्री बने तो वे सातवीं बार शपथ लेंगे
– सबसे पहले वह 03 मार्च 2000 को मुख्यमंत्री बने थे लेकिन बहुमत के अभाव में सात दिन में उनकी सरकार गिर गई.
– 24 नवंबर 2005 में दूसरी बार उनकी ताजपोशी हुई.
– 26 नवंबर 2010 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने.
– 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया लेकिन 22 फरवरी 2015 को चौथी बार मुख्यमंत्री बने.
– 20 नवंबर 2015 को पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
– फिर आरजेडी का साथ छोड़ा तो बीजेपी के साथ 27 जुलाई 2017 को छठी बार ताजपोशी हुई.
NDA की इस जीत में भाजपा का अहम योगदान है मगर बीजेपी नीतीश कुमार को ही फिर से मुख्यमंत्री पद देने के अपने फैसले पर पूरी तरह कायम है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने नतीजों से पहले आज फिर से दोहराया कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा नीतीश कुमार ही रहेंगे. पार्टी चाहे कितनी ही सीटों पर जीते, विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश के नाम पर ही मुहर लगेगी. उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा गरीबों के लिए किए गए कामों के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया और उन्हें इस जीत का श्रेय भी दिया.
बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार यह घोषणा कर चुके हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है. वे पहले ही राज्य के दूसरे सबसे लंबी अवधि तक मुख्यमंत्री रहे हैं. नीतीश ने अलग अलग कार्यकालों में 14 वर्षों से भी अधिक समय तक राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली है. ऐसा पहली बार है कि उन्होंने चुनाव से अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है. हालांकि, तेजस्वी यादव ने इस चुनाव में सबसे ज्यादा रैलियां कीं मगर महागठबंधन अब भी बहुमत से दूर दिख रहा है.