- शव को पाने के लिए डीडीयू अस्पताल में दर-दर भटक रहा था ओसामा
- आरोप-प्रत्यारोप के बीच घिरते जा रहे हैं तेजस्वी यादव
- दिल्ली से प्राप्त वीडियो फुटेज तेजस्वी को कर रहा है शर्मशार
परवेज अख्तर /एडिटर इन चीफ :
शनिवार से लगातार आज तक सोशल मीडिया पर पूर्व सांसद डॉ. मो. शहाबुद्दीन से जुड़े मामले में आरोप-प्रत्यारोप का दौर अपने उफान पर है। जहां एक ओर आरजेडी के कार्यकर्ता व बड़े चेहरे वाले शीर्ष नेता श्री तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं तो दूसरी तरफ तेजस्वी यादव अपने सोशल मीडिया पर सफाई देने में जुटे हुए हैं। वहीं एक ऐसी खबर सोशल मीडिया पर जोर शोर से उड़ रही है कि दिवंगत पूर्व सांसद के पार्थिव शरीर के मसले पर बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने स्वजनों से कहा था कि आप सभी लोग उनके पार्थिव शरीर को अपने पैतृक गांव लाए मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है ! उपरोक्त सोशल मीडिया पर उड़ रही लगातार बातें सही है या गलत अनुमान लगाना मुश्किल है! लेकिन सिवान लोकसभा क्षेत्र के दिवंगत पूर्व सांसद समर्थकों में इतना आक्रोश भरा हुआ है कि सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव द्वारा सफाई दिए जाने पर उनका कटाक्ष दिवंगत शहाबुद्दीन के चाहने वाले अनाप-शनाप कटाक्ष करने आतुर हैं।
सीधे तौर पर दिवंगत शहाबुद्दीन के चाहने वालों का आरोप है कि राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो श्री लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुसलमानों को भ्रम में डालकर अपनी राजनीति का रोटी सेकने का काम किया और जब-जब अल्पसंख्यक नेता विपदा की घड़ी में पड़े तो दूध में पड़े मक्खी की तरह निकाल कर आरजेडी के शीर्ष नेताओं ने फेंकने का काम किया।उल्लेखनीय हो कि अभी तक जो सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चरम सीमा पर देखा जा रहा है। अगर दिल्ली से प्राप्त वीडियो फुटेज को देखकर अनुमान लगाया जाए तो प्राप्त वीडियो फुटेज सही मायने में दिवंगत शहाबुद्दीन के चाहने वालों का गुस्सा सही ठहर रहा है। वीडियो फुटेज में यह स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है कि जो चार बार किसी उच्च सदन के प्रतिनिधित्व तथा दो बार निचले सदन का प्रतिनिधित्व कर चुका हो और उसके पार्थिव शरीर का ये हश्र जो समझ से परे है। दिवंगत शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा अपने पिता का पार्थिव शरीर पाने के लिए डीडीयू अस्पताल परिसर में दर-दर भटक रहा था।
उसके दर-दर भटकने पर एक कहानी दर्शाने के लिए कलम यूं हीं टूटते जा रही है। “कि जिस तरह मिर्गा के नाभि में कस्तूरी पाया जाता है और उस कस्तूरी को पाने के लिए मिर्गा जंगल में दर-दर भटक रहा हो” दिवंगत सांसद राष्ट्रीय जनता दल से वास्ता रखते थे और बिहार में मजबूती से प्रतिपक्ष के नेता श्री तेजस्वी यादव हैं। अगर यहां पक्ष विपक्ष की बात करें तो सोशल मीडिया के अनुसार बिहार के वर्तमान सरकार ने यह स्पष्ट रूप से कहा था कि आप सभी दिवंगत शहाबुद्दीन का पार्थिव शरीर बिहार लाने का प्रयास करें मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है ! लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा कही गई बातों को सीधे तौर पर स्वजन खारिज कर रहे हैं।
जबकि स्वजन राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं पर यह आरोप लगा रहे हैं कि मुश्किल की घड़ी में मेरे ही पार्टी के लोगों ने हम लोगों का साथ नहीं दिया। बहर हाल चाहे जो हो दिवंगत शहाबुद्दीन निधन मामले में तेजस्वी लाख सफाई दे दें लेकिन दिल्ली से जो प्राप्त वीडियो फुटेज इन दिनों जो सोशल मीडिया पर जोर शोर से वायरल हो रहा है वह वीडियो फुटेज यह अस्पष्टता जाहिर कर रहा है कि शहाबुद्दीन के निधन के बाद राजद परिवार के शीर्ष नेताओं ने स्वजनों का साथ नहीं दिया।