- जिले में एंटीजन कीट से करीब 1502, ट्रूनेट से करीब सौ व आरटीपीसीआर का कुल 1028 सैंपल लिया गया था
- जिले में जल्द ही बढ़ेगा जांच सेंटरों की संख्या
- इन दिनों जिले में कोरोना पॉजिटिव एक भी नहीं
- 21 सेंटरों पर प्रतिदिन हो रही है कोरोना की जांच
- 12 जुलाई को जांच में मिला था अंतिम मरीज
परवेज अख्तर/सिवान: स्थानीय जंक्शन पर आने-जाने वाले यात्रियों का कोरोना की जांच नहीं कराया जा रहा है। लिहाजा लोगों में संक्रमण फैलने का डर समाने लगा है। मंगलवार को भी रूट पर संचालित ट्रेनों से काफी संख्या में यात्रियों का आना-जाना लगा रहा। सभी बिना जांच कराए ही अपने घर को चले गए। इन यात्रियों में दिल्ली व अन्य महानगरों से आने वाले यात्री भी शामिल रहे। भले ही जिले में इन दिनों कोरोना का एक भी मरीज नहीं है बावजूद इसके वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर जिले में प्रतिदिन लोगों का कारोना जांच किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को जिले में कुल करीब 2624 लोगों की जांच की गयी। इसमें एंटीजन किट, ट्रूनेट व आरटीपीसीआर सैंपल भी शामिल है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में एंटीजन कीट से करीब 1502, ट्रूनेट से करीब सौ व आरटीपीसीआर का कुल 1028 सैंपल लिया गया था। हालांकि गनीमत रही कि इनमें से किसी की भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं मिली।
12 जुलाई के बाद जिले में नहीं मिला कोई पॉजिटिव मरीज
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अंतिम बार 12 जुलाई को कोरोना जांच में पॉजिटिव मरीज पाया गया था। इसके बाद कोई पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है। भले ही जिले में कोरोना के मरीज नहीं हैं लेकिन दूसरे प्रदेशों से आने वाले यात्रियों के जरिए कोरोना कभी भी दस्तक दे सकता है। इस कारण वैक्सीनेशन के साथ ही कोरोना की जांच भी उतनी ही जरूरी है।
कई महीनों से बंद है जांच की सुविधा
मिली जानकारी के अनुसार रेलवे जंक्शन पर यात्रियों की कोरोना जांच कई महीनों से बंद है। हालांकि पहले यहां आनेजाने वालों की जांच होती थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एंटीजन किट की कम सप्लाई व कर्मियों की कमी के कारण भी यहां जांच प्रभावित रहा है। जबकि इनदिनों प्रतिदिन यहां से गुजरने वाली यात्री ट्रेनों की संख्या बीस से अधिक और यात्रियों की संख्या हजारों में है।
क्या कहते हैं सीएस
सिविल सर्जन यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसे देखते हुए जल्द ही यहां भी जांच सेंटरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। रेलवे जंक्शन, बस स्टैंड व श्रीकरपुर चेकपोस्ट पर जांच सेंटर बनाया जाएगा। ताकि दूसरे प्रदेशों से आने वाले यात्रियों की यहां जांच की जा सके।