गयाः बिहार-झारखंड समेत पांच राज्यों के मोस्ट वांटेड नक्सली संदीप यादव की बुधवार की रात मौत हो गई. मौत की सूचना के बाद गया की एसएसपी हरप्रीत कौर, नक्सल ऑपरेशन एसपी सहित जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी देर रात संदीप यादव के घर पहुंचे. पोस्टमार्टम कराने के लिए शव को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा. संदीप यादव बांकेबाजार प्रखंड के बाबूरामडीह गांव का रहने वाला था.
संदीप यादव के बेटे राहुल कुमार ने बताया कि जंगल में शव मिलने की सूचना मिली थी. लंबे समय से वो बीमार चल रहे थे जिसका दवा चल रहा था. शायद दवा के रिएक्शन की वजह से मौत हुई है. इमामगंज थाना के पीएसआई पप्पू शर्मा ने बताया कि मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा.
ईडी एक बार जब्त कर चुकी है संपत्ति
ज्ञात हो कि वर्ष 2018 में पहली बार ईडी ने नक्सली नेता संदीप यादव पर कार्रवाई की और दिल्ली, नोएडा, रांची, औरंगाबाद आदि कई स्थानों पर बनाई गई संपत्ति को जब्त किया था. परिवार वालों के बैंक खाते में जमा 20 लाख रुपये से ज्यादा पैसों को जब्त किया था. पत्नी के नाम से कई म्यूचुअल फंड, बैंक खाते व फ्लैट को जब्त करने की कार्रवाई की गई थी. पत्नी रजवंती देवी प्राथमिक विद्यालय लूटुआ में नियोजित शिक्षक के रूप में काम कर रही है.
संदीप पर 500 से ज्यादा मामले दर्ज
बता दें कि बिहार झारखंड स्पेशल कमेटी व मध्य बिहार जोनल का संदीप यादव प्रभारी था. 15 वर्षों से पोलित ब्यूरो का सक्रिय सदस्य था. उस पर बिहार में पांच लाख और झारखंड में 30 लाख रुपये का इनाम है. उसने 1989 में मैट्रिक की परीक्षा देने के बाद 1994 में नक्सली संगठन को ज्वाइन किया था. संदीप यादव पर 500 से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं. बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में उस पर मामले दर्ज हैं.