- रसायनिक उर्वरक बनाने वाली कंपनियों को नहीं मिलेगा सब्सिडी
- अब पूरी कीमत का भुगतान कर किसानों को खरीदना होगा खाद
छपरा: किसानों को अब खाद खरीदने के समय दुकानदारों को पूरी कीमत का भुगतान करना होगा। खाद खरीदने के बाद किसानों के खाते में सब्सिडी की राशि डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। इसको लेकर सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। रसायनिक उर्वरक की खरीद बिक्री को पूरी तरीके से ऑनलाइन कर दिया गया है। पोस मशीन के माध्यम से डीलरों को रसायनिक उर्वरक की बिक्री करने का निर्देश दिया गया है। पोस मशीन के माध्यम से रसायनिक उर्वरक की बिक्री नहीं करने वाले डीलरों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।
जिले में अब तक 30 खाद विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। जबकि 64 खाद विक्रेताओं से स्पष्टीकरण पूछा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं देने वाले खाद विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई होगी पहले से रसायनिक उर्वरक बनाने वाली कंपनियों को ही सीधे सब्सिडी का भुगतान किया जाता है और उनके द्वारा बेचे गए खाद के आधार पर उन्हें सब्सिडी का भुगतान करने का प्रावधान है। आने वाले समय में सरकार के द्वारा इस प्रावधान में परिवर्तन किया जायेगा, जिसके मद्देनजर रासायनिक उर्वरक बेचने वाले थोक एवं खुदरा विक्रेताओं को पोस मशीन के माध्यम से खरीद बिक्री करने का निर्देश दिया गया है और जिले के सभी लाइसेंस धारी खाद विक्रेताओं द्वारा पोस मशीन के माध्यम से खाद की बिक्री शुरू कर दी गई है।
आने वाले समय में किसानों के खाते में खाद की सब्सिडी की राशि हस्तांतरित होगी, जिस किसान के द्वारा जितनी मात्रा में खाद की खरीदारी की जाएगी उतनी ही राशि उनके खाते में आएगी। नए वर्ष में खरीफ फसल की बुआई के समय नया प्रावधान लागू कर दिए जाने की तैयारी चल रही है।