छठ गीतों से शहर हुआ गुंजायमान तो घरों में आंचलिक गीत की सुनाई दे रही है धुन
[परवेज अख्तर की विशेष रिपोर्ट]
लोक आस्था की भक्ति लोगों के सिर चढ़कर बोलने लगी है घाटों से लेकर गली मोहल्ले तक चकाचक हो गए हैं छठ गीतों से शहर गुंजायमान है तो घरों में आंचलिक गीत गूंज रहे हैं प्रशासन ने बिहार के सभी जिलों की सुरक्षा बढ़ा दी है जबकि नदी क्षेत्र में एनडीआरएफ की टीमों ने कमाल संभाल ली है।पटना में अशोक राजपथ पर वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी है।इसके अलावा मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर ,मुंगेर ,सीतामढ़ी ,सारण, गोपालगंज ,सिवान,जिलों में भी घाटों को सजाया गया है।हालांकि प्रशासन लगातार गुहार लगा रहा है कि लोग कोरोना की गाइडलाइन का पालन करें।घाटों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को इसका सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया गया है।
राजधानी में कुल 107 घाट प्रशासन की ओर से बनाए गए हैं लेकिन 83 घाटों पर ही अर्घ दिए जाएंगे। इसके अलावा 71 तालाबों को भी अर्घ के लिए तैयार किए गए हैं।जिला प्रशासन की ओर से छठ घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं।महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाया गया है।नदी में खतरे के निशान के साथ बैरिकेडिंग की गई है।हैलोजन लाइट के साथ सज धज तैयार हो रही है।भीड़ भाड़ नियंत्रण से लेकर अन्य संदिग्धों पर नजर रखने के लिए वाच टावर बनाए गए हैं। इसके अलावा पेयजल और शौचालय की भी व्यवस्था की गई है। बतादें कि आज व्रतियों ने खरना पूजा की जबकि कल शुक्रवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ देंगे।शनिवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ देने के साथ ही इस महापर्व का समापन होगा।
प्रशासन इन घाटों को बताया खतरनाक
जिला प्रशासन ने पटना में 24 खतरनाक घाटों की सूची जारी की है। उसमें मीनार घाट, बिंद टोली घाट, बुद्धा घाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेस घाट,बंसी घाट, अंटा घाट,जहाज घाट,सिपाही घाट, बीएन कॉलेज घाट, बांकीपुर घाट ,खाजे कला घाट ,पत्थर घाट, अदरक घाट, पीरदमडिया घाट, नंद गोलाघाट, नूरुद्दीन घाट, बुंदेल घाट, दमराही घाट ,केशव राय घाट ,रिकाबगंज घाट और बांस घाट शामिल हैं।