पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समाज सुधार अभियान यात्रा के तहत जमुई में सभा को संबोधित किया। जमुई के श्रीकृष्ण सिंह मेमोरियल स्टेडियम में दहेज प्रथा एवं बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के उन्मूलन तथा नशा मुक्ति को लेकर कार्यक्रम आयोजित थी। सभा को संबोधित करते हुए CM नीतीश ने कहा कि जहरीली शराब पीने से पहले भी लोग मरते थे। हाल के दिनों में जब जहरीली शराब से मौत हुई तो कुछ लोगों ने कहा कि शराबबंदी कानून की वजह से लोग जहरीली शराब का सेवन कर रहे। कुछ लोग इस पर सवाल खड़े करने लगे। दूसरे राज्यों में तो बिहार से भी ज्यादा लोग जहरीली शराब से मर रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में शराबबंदी कानून लागू नहीं वहां भी बड़ी संख्या में लोग मरे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अंतरजातीय विवाह करने वाले वर-वधुओं को हमने शुभकामना दिया।उन्होंने कहा कि हमें यह जानकर अच्छा लगा कि लड़की पासवान जाति की है और लड़का मांझी जाति का। हमलोग अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़ों को पुरस्कार देते हैं। इस जोड़े को आज ही एक लाख रू का पुरस्कार देने को कहा है। सीएम नीतीश ने कहा कि समाज सुधार निरंतर चले हम यही चाहते हैं। 2016 में जब शराबबंदी कानून लागू किया था तो सभी कमिश्नरी में गए थे, लोगों को जागरूक किया था। इस बार 12 जगहों पर कार्यक्रम किया जा रहा है। हमलोग हमेशा से शराब के खिलाफ थे। कुछ लोग गड़बड़ होता ही है वह गड़बड़ करेगा ही। 10 फीसदी से नीचे के लोग महा गड़बड़ करता है। कुछ बड़े-बड़े लोग हैं उसमें कुछ लिखने वाले लोग हैं वह अपने आप को काबिल समझते हैं। कुछ लोग बड़े नाराज हैं हमसे। हमसे क्यों नाराज हैं,शराब से कितना नुकसान है? फिर भी हमसे नाराज हैं।
सभा को संबोधित करते हुए मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जहरीली शराब से मौत पहले भी हुई है। शराबबंदी कानून से पहले भी बिहार में शराब से सैकड़ों लोगों की मौत हुई है। जिन राज्यों में शराबबंदी कानून लागू नहीं है वहां भी मौत हो रही। हाल ही में पड़ोसी राज्य में जहरीली शराब से 6 लोगों की मौत हुई है। बिहार सरकार शऱाबबंदी कानून लागू करने को प्रतिबद्ध है। स्पीडी ट्रायल चलाकर शराब कारोबारियों की सजा दिलाने की कोशिश जारी है। शराब पर निगरानी के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है।