परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के महाराजगंज प्रखंड के शाहगंज गांव स्थित हजरत पहलवान पीर अली शाह के मजार पर मीडिया हॉउस के द्वारा “एक शाम ,कौमी एकता के नाम”से कार्यक्रम का आगाज किया गया ।इस आयोजित कार्यक्रम में जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों तक के लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा था। कार्यक्रम देर रात तक चली।मानों तो आयोजित कार्यक्रम पुरे इलाके में आपसी एकता का संदेश दे गया।इस दौरान हिन्दुस्तान की शान, बिहार की जान कहे जाने वाले भोजपुरी माटी के लाल व मनमोह लेने वाले कलाकार सह गायक आलम राज ,राजू रसिया,सुर संग्राम विनर विक्की बबुआ,धनंजय शर्मा,तान्या श्री,जप्पन जापानी,असगर अंसारी,आदि कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक धार्मिक गीतों की प्रस्तुत व देश की वर्तमान हालात पर खूब चर्चा की इस दौरान उपस्थित लोगों ने देश की वर्तमान हालात की चर्चा को सुन अपने -अपने आसूंओं को नही रोक पाये वही लोगों ने धार्मिक गीत को सुन कर खूब झूम उठे।उपस्थित लोग रात भर खूब लुत्फ़ लिए।बतादें की कार्यक्रम की शुरुआत पीरे तरीकत बाबा कौसर अली शाह वारसी तथा मीडिया हॉउस के प्रबंधक नौशाद अली आये हुए अतिथियों का स्वागत गुलदस्ते से भेंट कर की। कार्यक्रम के उदघाटन के दौरान गायक आलम राज ने राष्ट्रीय गीत जन-गण-मन से कर उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद कई नामी गिरामी शायरों व गायकों ने देश भक्ति तथा धार्मिक गीतों को प्रस्तुत कर वहाँ मौजूद हर शख्स के मन को मोह लिया ।इस दौरान आये हुए कलाकारों ने आज के दौर में देश में चल रही हालात पर भी खूब चर्चा की और कहा की आज देश के कुछ लोगों ने सोने के चिड़िया कहे जाने वाले मुल्क को धर्मो के नाम पर बाँट कर हिन्दू व मुस्लिम की राजनीत करने पर आतुर है लेकिन मुल्क की जनता को अब धीरे -धीरे उनके मनसूबे समझ चुके है।वही मिडिया हॉउस के प्रबन्धक नौशाद अली ने शायराना अंदाज में कहा की ” गुलिस्तां को खूं की जरूरत पड़ी ,सबसे पहले ये गर्दन हमारी कटी ,लोग कहते है आज ये अहले चमन ,यह चमन है हमारा तुम्हारा नही” । उक्त पक्तियाँ को सुनने के बाद उपस्थित लोगों ने श्री अली का स्वागत ताली बजाकर किया । मीडिया हॉउस प्रबंधक नौशाद अली ने बताया की उक्त मजार शरीफ पर तीन दिवसीय उर्सेपाक के अवसर पर हर साल की भांति इस साल भी कार्यक्रम का आयोजन किया गय।इस मौके पर लगातार तीन दिनों तक विशाल भंडारे का ब्यवस्था भी किया गया था। इस आयोजित कार्यक्रम में संजीव सिवानी ,इम्तेयाज अहमद उर्फ़ मुन्ना मास्टर,रिपोर्टर विजय राज ,दिपु राज ,मोहमद अली शाह,रफीउल्लाह मास्टर.बशिष्ठ सिंह,सोभाजीत चौरसिया,का योगदान सराहनीय देखी गयी।
शाहगंज में “एक शाम ,कौमी एकता के नाम कार्यक्रम का आगाज़
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