परवेज अख्तर/गोपालगंज:- बरसात के समाप्त होने के साथ ही जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गयी तब चारों तरफ हाहाकार मच गया। सिवान,गोपालगंज के अलावे गोरखपुर के निजी व सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गयी।लोगो को लगा कि ठंढ के आते ही डेंगू का प्रकोप कम होगा,लेकिन लोगों की यह सोच अब विफल होते जा रही है।शहरी व ग्रामीण इलाकों में लगातार एक के बाद एक नए मरीज मिलते जा रहे है,जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग की पोल खुल रही है।आज भी गोरखपुर के अस्पतालों में गोपालगंज के अनेको मरीज ईलाज करवा रहे है। चिकित्सकों का मानना है पारा अगर 15 से नीचे आ जाये तो डेंगू का लारवा मर जाता है,लेकिन यह सोच भी विफल होते जा रहा है।विगत दो दिनों से पारा भी 15 तक आ गया है वावजूद इसके डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नही ले रहा है जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बना है।इसी कड़ी में अधिवक्ता भैरव सिंह को भी डेंगू के कारण कल गोरखपुर में भर्ती करवाना पड़ा।इसके अलावे राधिका देबी, ब्रजेश कुमार व उमा देवी को भी डेंगू का लक्षण मिला है,जिनलोगों को बेहतर ईलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया है। नगर परिषद के माध्यम से छिड़काव करवाया जा रहा है लेकिन इसका कोई भी असर इसपर नही पड़ रहा है। वहीं मीरगंज नगर में भी डेंगू ने सबकी नींद हराम कर दिया है।यहां के भी सैकड़ो मरीज गोरखपुर में ईलाज के लिए भरती है।कल यहां भी कन्हैया प्रसाद के पुत्र साकेत व संजय कुमार की पुत्री स्नेहा में डेंगू के लक्षण पाएं गए जिन्हें तत्काल ईलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया।मीरगंज में भी इसका काफी प्रकोप बढ़ा है ।लोग त्राहिमाम कर रहे है।जिलाधिकारी अरसद अजीज के द्वारा यहां मैराथन दौड़ करके लोगों को इसके बारे में बताया गया व स्वास्थ्य सेवा को बेहतर करके जांच व अन्य प्रकार की सुविधाओं का भरोषा दिलाया गया।पर मीरगंज नगर मुख्यालय के हथुआ रोड स्थित सरकारी अस्पताल की दशा में कोई सुधार नही हो सका।जिसको लेकर लोगों में काफी रोष व्याप्त है।बहरहाल मामला जो हो लेकिन डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बीच भी अगर मीरगंज के अस्पताल की दशा नही सुधरी तो अब इसमें कब सुधार सम्भव हो पायेगा।
जिले में कम नही हो रहा डेंगू का प्रकोप, निजी व सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बड़ी
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