- सर्वे के लिए सिसवन ढाला पहुंची रेलवे टीम
- 91ए स्पेशल गेट पर 1140 मीटर लंबा बनना है आरओबी
- रेलवे का पड़ता है 76 मीटर हिस्सा
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिवान जंक्शन के पूर्व में स्थित 91 ए स्पेशल गेट सिसवन ढाला पर अंडरपास एवं आरओबी का निर्माण को लेकर शुक्रवार को वाराणसी मंडल से गति शक्ति के सेक्शन इंजीनियर कार्य एसके सुमन के नेतृत्व में निरीक्षण किया गया। एसके सुमन ने स्टेशन अधीक्षक अनंत कुमार के साथ सिसवन ढाला पर हर बिंदु का निरीक्षण किया। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य अंडरपास एवं आरओबी निर्माण होने के बाद माल गोदाम में वाहनों को आने एवं जाने के लिए रास्ते की संभावनाओं की तलाश करना था।
माल गोदाम में ट्रकों के आने एवं जाने के लिए रास्ते की संभावनाओं की तलाश :
रेल अधिकारियों ने घंटों तक अंडरपास एवं आरओबी निर्माण के दौरान माल गोदाम में ट्रकों के आने एवं जाने के लिए रास्ते की संभावनाओं की तलाश किया। हालांकि रेल प्रशासन ने पूर्व से इस बात की तैयारी की है कि अंडरपास एवं आरओबी का निर्माण कार्य शुरू होने के पूर्व माल गोदाम में आने व जाने के लिए पूर्व दिशा से 90 स्पेशल रेलवे गेट से सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। रेलवे अधिकारियों से मिली जानकारी अनुसार 91ए स्पेशल गेट पर 1140 मीटर लंबा आरओबी बनना है, इसमें रेलवे का 76 मीटर हिस्सा पड़ता है। 21 पिलर का ओवर ब्रिज बनेगा। रेल प्रशासन द्वारा सबसे पहले अंडरपास का निर्माण शुरू किया जाएगा। ताकि आरओबी के निर्माण के दौरान आम लोगों को आने जाने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। जांच करने वाली रेल अधिकारियों की टीम अपनी रिपोर्ट वाराणसी मंडल के गति शक्ति के मुख्य परियोजना पदाधिकारी को सौंपेगी। बता दें कि माल गोदाम में ट्रकों के आने और जाने के लिए रास्ते के लिए भूमि कम पड़ रही है। उत्तर दिशा से भूमि का अधिग्रहण किए बिना रास्ता को निकालना मुश्किल है। साथ ही साथ अंडरपास निर्माण के लिए गेट के बगल से गुजरने वाले नाले का रूट बदलना पड़ेगा। इस अवसर पर राज्य सरकार के सलाहकार कुमोद, जंक्शन के सेक्शन इंजीनियर की टीआरडी लव कुमार एवं स्टेशन अधीक्षक अनंत कुमार उपस्थित थे।