परवेज़ अख्तर/सीवान:
गुठनी केे जतौर बाजार स्थित बावना बाबा मंदिर के पुजारी रहे महात्मा चन्द्रिका उर्फ़ पगला बाबा का देहांत रविवार को पैतृक गांव भलुआं में हो गया. पगला बाबा आज 15 वर्षों से जतौर बावना बाबा मंदिर पर रह रहे थे. वे प्रतिदिन गुठनी के छोटी गंडकी नदी में स्नान करके शुद्ध जल लेकर आते थे और मंदिर में स्थापित सभी मूर्तियां का स्नान कराते थे.
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उसके बाद भोजन किया करते थे. दो दिन पहले पगला बाबा का स्वास्थ बिगड़ गया तो परिजन घर लेकर चले गये. जहां शनिवार सुबह उनका देहावसन हो गया. सनातन परंपरा के अनुसार 70 वर्षीय पगला बाबा को परिजनों तथा ग्रामीणों द्वारा गांव में ही समाधि दी गयी. मौके पर शिवसागर भगत, इंद्रजीत कुशवाहा, श्रीभगवान भगत, विनय कुशवाहा, राम कैलाश भगत एवं तमाम भलुआं ग्रामवासी उपस्थित थे.