परवेज़ अख्तर/सिवान:
जिले की पंचायतें और गांव ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होंगे। इसको लेकर पंचायती राज विभाग ने गांवों को बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनाने की कवायद तेज कर दी है। इसको लेकर पंचायती राज विभाग के द्वारा जिला पंचायती राज पदाधिकारी को पत्र भेजकर सोलर पावर प्रोजेक्ट के अधिष्ठापन को लेकर प्रस्ताव व कार्यादेश भेजा है। इसमें पंचायत भवन व पंचायत सरकार भवनों में सोलर पावर प्लांट लगाने की बात कही गई है। साथ ही जिले में बने पंचायत व पंचायत सरकार भवनों में ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप (जीसीआरटी) सोलर पावर प्रोजेक्ट की अधिष्ठापन करने का निर्देश दिया गया है। इस संबंध में जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता ने बताया कि किसानों को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 56 प्रतिशत और जवाहर लाल नेहरू नेशनल सोलर मिशन के तहत तीस प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। वहीं घरों में सोलर प्रोजेक्ट लगाने के लिए नाबार्ड योजना के तहत 40 से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है।
सोलर प्रोजेक्ट लाएगी ब्रेडा
सोलर पावर प्रोजेक्ट के तहत सोलर प्लांट लगाने के लिए बिहार रिन्यूवेबल इनर्जी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को दिया गया है। इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने पर बिजली बिल पर हर महीने खर्च होने वाले लाखों रुपए की बचत होगी। इस योजना के क्रियान्वयन के बाद पंचायती राज विभाग ऊर्जा के मामले में आत्म निर्भर हो जाएगा।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
पंचायतों व गांवों में सोलर प्लांट लगाने के लिए विभागीय स्तर से प्रस्ताव की मांग की गई है। विभाग द्वारा प्रस्ताव पास किए जाने के बाद गांवों व पंचायतों की गलियों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य किया जाएगा।
राजकुमार गुप्ता, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, सिवान