हाजीपुरः पांच महीने से जेल में बंद रहे जन अधिकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव रिहा हो चुके हैं. मंगलवार को पप्पू यादव वैशाली के महनार पहुंचे. महनार में एक छात्रा की हत्या मामले में उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उनसे मिलने के बाद पप्पू यादव ने बिहार की कानून व्यवस्था के हाल को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा. कहा कि सरकार के इशारों पर पुलिस आपराधिक मामलों की लीपापोती कर रही है.
एक सवाल के जवाब में पप्पू यादव ने यह कह दिया कि जेल में रहने के दौरान उन्हें सांप और चूहों के साथ समय बिताना पड़ा. बिहार में बाढ़ के जो हालात बने थे उसकी बदनामी से बचने के लिए बिहार सरकार ने उन्हें जेल भिजवाया था. लोगों के लिए संघर्ष और जेल जाने के सवाल पर पप्पू यादव ने कहा कि जिस तरह से लोगों की मदद के बदले में उन्हें जेल भिजवा दिया गया उससे अब उन्हें डर लगने लगा है. पप्पू यादव ने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि मुझे गलत तरीके से इस केस में डाला गया है. पप्पू यादव की आवाज को दबाया नहीं जा सकता. सेवा को नहीं रोका जा सकता.”
ना मरने से डरते हैं ना लड़ने सेः पप्पू यादव
इस दौरान अपहरण के एक 32 साल पुराने मामले में जेल गए पप्पू यादव का न्यायपालिका पर भी दर्द छलका. पप्पू यादव ने कहा कि जब न्याय मिलने में इतनी देरी से डर लगता है. कुछ न्यायधीशों की वजह से ही यह लोकतंत्र बचा हुआ है. बिहार को बचाने में और उसके निर्माण में जो भूमिका होनी चाहिए वह उसे निभाते हैं. सेवा और संघर्ष उनकी जिंदगी का हिस्सा है. पप्पू यादव ने कहा, “ना हम मरने से डरते हैं, ना लड़ने से डरते हैं और ना लगातार सेवा से डरते हैं.”