पटना: बिहार के पटना जिले की यह खबर आंखें खोलने वाली है। आम लोगों की भी और सरकार की भी। जो लोग कोरोना संक्रमण के डर को भूलाकर शादियों में दावत खाते फिर रहे हैं, उनको जरूर यह खबर पढ़नी चाहिए। साथ ही सरकार के जिम्मेदार अधिकारियों को भी ताकि वे समझें कि कोरोना जांच की रिपोर्ट मिलने में देरी से क्या और कितना बड़ा खतरा हो सकता है। पटना जिले के बाढ़ प्रखंड के एक गांव में एक शख्स की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। इस शख्स की बेटी की शादी महज पांच दिनों पहले ही हुई थी।
सात दिनों के बाद मिली कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट
बाढ़ प्रखंड के बिचली मलाही में कोरोना संक्रमण के कारण सोहन साव की मौत हो गई। वे पिछले 20 अप्रैल को ही RTPCR विधि से कोरोना संक्रमण की जांच करवाए थे। लेकिन उनकी रिपोर्ट करीब सात दिन बाद 27 अप्रैल को मिली, जिसके बाद उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
एक मई को हुई सांस लेने में दिक्कत
कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट मिलने के बाद वह घर में परिवार से अलग होकर आइसोलेट हो गए। परंतु 1 मई को उनको सांस लेने में दिक्कत हुई। इसके बाद उनकी मौत निवास स्थान बिचली मलाही में ही हो गई। सोहन साव को 27 तारीख को कोरोना पॉजिटिव आने के बाद बाढ़ के अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल में डॉक्टर ने उन्हें दवाई दी और होम कोरेन्टाइन हाने की सलाह दी गई।
बेटी की शादी के अगले दिन ही मिली संक्रमण की रिपोर्ट
आपको बता दें कि सोहन साव सहारा इंडिया में एजेंट के रूप में कार्यरत थे। 26 अप्रैल को बड़ी धूमधाम से उन्होंने बेटी को विदा किया, वही 27 अप्रैल को उनके कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट मिली। उनके मरने के बाद परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। वही पूरे गांव में मातम का माहौल है। इस खबर से वे सभी लोग चिंता में हैं, जो शादी में शामिल हुए थे। जागरण की सलाह है कि ऐसे सभी लोगों को तत्काल कम से कम 10 दिनों के लिए खुद को आइसोलेट करते हुए कोरोना की जांच जरूर करा लेनी चाहिए।