पटना: सरकार का स्वच्छता अभियान एक तरफ और उसे पलीता लगाए जाने के कारनामे दूसरी तरफ. जीहां, राजधानी पटना के चोरों ने ऐसा कारनामा किया है जो लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. दरअसल, पटना शहर में कई जगहों पर लगाए गए डस्टबिन की चोरी हो गई है. इन कूड़ेदानों पर चोरों की नजर ऐसी चढ़ी कि वीआईपी इलाकों में लगे डस्टबिन तक भी उड़ा ले गए. बता दें कि ये कूड़ेदान भारत स्वच्छता अभियान के तहत बिहार के पटना शहर को साफ-सुधरा बनाने के लिए नगर पालिका द्वारा जगह जगह लगाए गए थे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान के तहत गीले और सूखे कचरों के लिए अलग-अलग डस्टबिन विभिन्न जगहों पर लगाए गए थे. नगर निगम डस्टबिन लगाकर शहर को स्वच्छ रखने की कवायद कर रहा है तो वहीं शहर में चोर पीछे से डस्टबिन चोरी कर रहे हैं. जाहिर है इससे स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य पर ही पानी फिरता नजर आ रहा है. अब शहर में डस्टबिन चोरी हो जाने की वजह से सड़कों पर कचरा फैलने लगा है.
हैरत की बात यह है कि अधिकांश डस्टबिन मुख्य बाजारों में दुकानों-आवासीय मकानों व वीआईपी क्षेत्रों के पास लगे हुए थे. वहीं न्यायाधीश के घर के बाहर से ही चोर डस्टबिन उड़ा कर ले गए. खास बात यह थी कि न्यायाधीश के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे तक लगे हुए थे. वहीं, मुख्यमंत्री आवास की तरफ जाने वाली वीआईपी सड़कों से ही चोर डस्टबिन उखाड़ कर ले गए.
हैरानी की बात यह है कि इनकी सुरक्षा की नैतिक जिम्मेदारी नगरवासियों के साथ नगरपालिका और पुलिस प्रशासन की भी थी, पर किसी के द्वारा भी अपने इस दायित्व का निर्वहन नहीं किया. नगर निगम भी इसमें काफी लापरवाही बरत रहा है. इसके अलावा नगर पालिका अधिकारियों ने भी डस्टबिन चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर तक नहीं कराई है.